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लोग लंगड़ा आम का स्वाद ही अधिक पसंद करते हैं। इस वजह से इसकी खपत भी अधिक होती है। व्यापारियों के अनुसार आम के सीजन में झुंझुनूं में प्रतिदिन 15 टन से अधिक आम की खपत होती है। फलों के व्यापारी व्यापारियों ने बताया कि मंडी में हैदराबाद से सफेदा आम की आपूर्ति हो रही है। इस आम की 2-3 गाड़ियां आ रही है। एक गाड़ी में करीब 18 टन माल होता है। इसके भाव भी इस समय 80 से 100 रुपए प्रति किलोग्राम है। व्यापारियों का कहना है कि मौसम के कारण आम की फसल खराब हो गई, इसलिए अभी तक बाजार में लंगड़ा आम नहीं आया है।
गर्मी का सीजन शुरू होते ही घर-घर में आम की महक आने लगती है। हर कोई आम खाने के लिए लालायित रहता है। इस बार सीजन में आम के दाम आसमान छू रहे है। साथ ही स्वाद में भी ज्यादा अच्छे नहीं है। बाजार में सफेदा आम की आवक हो रही है। लेकिन इसका जायका लंगड़ा आम जैसा नहीं है। लोग लंगड़ा आम के ही शौकीन है। अब आम के शौकीन लोगों को उम्मीद है कि 20 मई के बाद लंगड़ा आम का स्वाद चखने को मिलेगा।
इस बार आम की फसल कमजोर
इस बार आम की फसल कमजोर रही है। व्यापारियों का कहना है कि जब खेतों में आम के फूल आने शुरू हुए तो मौसम खराब हो गया। जिससे फूल गिर गए और आम का उत्पादन कम रह गया। इसकी फसल को तैयार होने में करीब एक साल लगता है। गत दो सालों से कोविड के कारण भी किसान खेतों में नहीं जा सके। इससे भी पेड़ों की कटाई-छंटाई ठीक से नहीं होने का असर उत्पादन पर पड़ा है।