कोरोना के इस संकट काल में इसके इलाज के लिए पूरे विश्व में खोज चल रही है। विभिन्न प्रकार की दवाएं काम में ली जा रही है । इन सबके बीच बुखार व दर्द के लिए भी दी जाने वाली दवा यदि वायरस पर भी असर करे तो बहुत लाभ हो सकता है। पिलानी के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ आर पी पारीक ने अंतर्राष्ट्रीय जर्नल में छपे अपने शोध पत्र में इसी विषय का जिक्र किया है। साधारणतया बुखार व दर्द के लिए काम में ली जाने वाली दवा मेफेनेमिक एसिड यदि कोरोना बुखार में काम ली जाए तो यह वायरस पर भी असर कर सकती है व रोगी को जल्द ठीक होने में मददगार हो सकती है । डॉ पारीक ने अपने शोध पत्र में इससे पहले हुए अध्यन के आधार पर बताया है कि मेफेनेमिक एसिड के साथ अन्य वायरस रोधी दवाओं का असर और अच्छा हो सकता है। इस दवा का प्रयोग पहले भी अन्य वायरल बुखार में हो चुका है । यह दवा सस्ती है व आसानी से उपलब्ध भी है। इसका प्रयोग बच्चों में भी बुखार के लिए किया जाता है। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसे वायरल बुखार में इसका प्रयोग नया होगा व इस पर मेडिकल कॉलेज के स्तर पर विस्तृत शोध की आवश्यकता है।
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