reporttimes
डायमंड बुर्स द्वारा कल दूसरे चरण की नीलामी की गई। जिसकी प्रतिक्रिया पिछली नीलामी की तरह ही अच्छी थी। पिछली बार की तरह इस बार भी सबसे ज्यादा बोली के साथ ऑफिस 26,000 रुपये की कीमत पर आया। हालांकि हीरा बाजार थोड़ा ठंडा हुआ है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि कीमतों में पिछली बार की तुलना में औसतन केवल 6% की गिरावट आई है। साथ ही नीलामी समाप्त होने का समय शाम 5:30 बजे था, पर नीलामी अंत में 6:40 तक चली।
गौरतलब है कि यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के कारण हीरा उद्योग पिछले कुछ समय से ठंड के दौर से गुजर रहा है। ऐसा प्रतीत होता है कि पॉलिश किए गए हीरों में लिक्विडिटी की समस्या है। पॉलिश हीरा को लेकर अभी बाजार में जिस तरह के हालात पैदा हो गए हैं, इससे हीरा बाजार में स्थिरता नहीं दिख रही है, इसका सीधा असर बाजार के आयात-निर्यात पर भी पड़ रहा है। डायमंड बुर्स में हुई नीलामी में भी खरीदारों का उत्साह साफ नजर आया।
जेम एंड ज्वैलरी प्रमोशन काउंसिल के रीजनल चेयरमैन दिनेश नावड़िया ने कहा दूसरी नीलामी के लिए बोली लगाने के बाद हीरा बाजार में लोग डायमंड बूर्स में शामिल होने के लिए काफी उत्सुक दिखे। साथ ही सूरत डायमंड बुर्स विश्व का ९वा अजूबा बनाकर समने आएगा इसकी बड़ी सम्भवना है। सूरत डायमंड बुर्स हीरा उद्योग के लिए एक प्रमुख केंद्र बनने की ओर अग्रसर है, इसलिए यह स्वाभाविक है कि हीरा उद्योग से जुड़े सभी लोग यहां एक अच्छा कार्यालय खोजने के लिए प्रयास कर रहे हैं। जैसे कि आज नीलामी की गई थी जिसमें काफी खींचतान हुई और सीमित और चुनिंदा कार्यालयों के लिए नीलामी की लंबी प्रक्रिया चली।