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अभी पांच जून को लुधियाना सेंट्रल जेल में दौरे पर आए जेल मंत्री हरजोत बैंस ने दावा किया था कि अब यदि कोई जेल से मोबाइल मिलता है तो अधिकारियों से भी पूरी जवाब तलबी की जाएगी।जेल में हर तरह का गैरकानूनी काम बंद करवाया जाएगा। उनके साथ मौजूद पुलिस कमिश्नर डा. कौस्तुभ शर्मा ने भी उनके बयान का समर्थन किया था। उनके उस बयान के बाद अब तक 16 मोबाइल फोन, नशीली दवाएं व नशीला पाउडर बरामद किया जा चुका है। पिछले 30 दिनों में 48 मोबाइल बरामद हुए। जिसे लेकर कैदी व हवालातियों पर केस दर्ज किए गए। मगर किसी अधिकारी से कुछ पूछा तक नहीं गया। जेल मंत्री बैंस ने दावा किया था कि दो महीने में पंजाब की जेलों में करीब एक हजार से ज्यादा मोबाइल बरामद किए है। रोजाना रुटिंग चेकिंग चल रही है। जेलों में बंद गैंगस्टरों की हर हरकत पर जेल प्रशासन को सख्त नजर रखने के लिए कहा गया है। पुलिस कमिश्नर डा. कौस्तुभ शर्मा ने कहा था कि जेल की सुरक्षा के लिए फोर्स बढ़ाई जा रही है।
जेल में लड़ाई झगड़ों पर कंट्रोल करने के लिए अतिरिक्त कर्मचारी तैनात किये जा रहे है। बता दें कि 2 जून को जेल में दो गैंगस्टर गुटों में टकराव हो गया था। इसमें शुभम अरोड़ा उर्फ मोटा गंभीर घायल हो गया था। गैंगवार के अगले दिन सीपी शर्मा ने लुधियाना सेंट्रल जेल का निरीक्षण किया था। उस दौरान चैकिंग में हवालातियों से तीन मोबाइल भी रिकवर हुए थे। बुधवार रात को भी जेल में कैदियों में टकराव हो गया। औसतन हर दिन एक से अधिक मोबाइल मिल रहे साल 2020 के दौरान सेंट्रल जेल लुधियाना में 390 मोबाइल फोन बरामद हुए। जिसका औसतन एक दिन में एक फोन से ज्यादा का रहा। जबकि कोविड के चलते जेलों में हवालाती/कैदियों की मुलाकातें पूरी तरह से बंद थीं। साल 2021 के दौरान सेंट्रल जेल में हवालाती/कैदियों से कुल 310 मोबाइल फोन बरामद हुए। चालू वर्ष के दौरान सेंट्रल जेल से अब तक 122 मोबाइल फोन बरामद किए जा चुके हैं। गत 16 अप्रैल को एक साथ 21 मोबाइल, 10 चार्जर व 55 पुड़िया तंबाकू मिलने पर राज्य की सियासत गर्मा गई थी। जेल में बीच-बीच में चलाया जाता है सघन जांच अभियान 29 अप्रैल को पुलिस ने सेंट्रल जेल में सर्च आपरेशन चलाया था। 150 पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की टीम ने तीन घंटे की सर्च में केवल एक मोबाइल फोन बरामद किया।