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गोगामेड़ी हत्याकांड की जिम्मेदारी लेने वाले गैंगस्टर रोहित गोदारा ने एक बार फिर फेसबुक पोस्ट कर बड़ा खुलासा किया है. रोहित गोदारा ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि गोगामेड़ी की हत्या सिद्धू मूसेवाला से कनेक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन के विवाद में हुई है. इसी के साथ रोहित गोदारा ने इस मामले में निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को लेकर बड़ा खुलासा किया है. कहा कि वैभव गहलोत ने ही उसे डिस्ट्रीब्यूशन के खेल में शामिल कराया. इसमें एक बड़ा हिस्सा खुद वैभव गहलोत लेते हैं. रोहित गोदारा के इस खुलासे के बाद राजनीति और गरमाने की संभावना है. दरअसल बीजेपी लगातार कहती आ रही है कि राजस्थान में गहलोत सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है. अब रोहित गोदारा का यह पोस्ट भी इसी बात को संकेत कर रहा है. बता दें कि दो दिन पहले श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या दो बदमाशों ने उनके घर में घुसकर की थी. इस वारदात के बाद गैंगस्टर रोहित गोदारा ने फेसबुक पोस्ट कर वारदात की जिम्मेदारी ली थी.कहा था कि वह उसकी राह में बाधा बन रहे थे. हालांकि इस पोस्ट में यह साफ नहीं हो सका था कि रोहित गोदारा की गोगामेड़ी से दुश्मनी क्या थी. अब रोहित गोदारा ने फेसबुक पर ही दूसरा पोस्ट करते हुए गोगामेड़ी हत्याकांड की वजह बताई है. इसमें उसने कहा है कि गोगामेड़ी ना केवल सिद्धू मूसेवाला के टच में थे, बल्कि डिस्ट्रीब्यूशन का भी विवाद था. इसी विवाद की वजह से गोगामेड़ी की हत्या की साजिश रची गई. इस पोस्ट में रोहित गोदारा ने निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत का भी नाम लिया है.
कहा कि एक्सटॉर्शन मनी का बड़ा हिस्सा वैभव गहलोत के पास जाता था. रोहित ने अपने पोस्ट में जल्द ही कुछ और बड़े नामों का खुलासा करने का दावा किया है. उसने अपनी पोस्ट में लिखा है कि उसे तो डिस्ट्रीब्यूशन के खेल में खुद वैभव गहलोत ने इंवॉल्व कराया था. उसने कहा कि इस बात के उसके पास पक्के सबूत और कॉल रिकार्डिंग हैं. वहीं उसने वारदात के दौरान मारे गए अपने गुर्गे नवीन शेखावत की मौत को कुर्बानी बताया. कहा कि जो हमारा फर्ज है, उसे निभाएंगे.
एफआईआर में भी आरोप
इससे पहले करणी सेना प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की पत्नी शीला शेखावत ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने जयपुर के श्याम नगर थाने में दी अपनी तहरीर में बताया कि दो साल से उनके पति पर जान का खतरा था. लोकल पुलिस से लेकर सीएम तक को इसकी जानकारी दी. उनके पति ने सीएम और पुलिस से सुरक्षा की गुहार भी लगाई, लेकिन अशोक गहलोत और डीजीपी ने जानबूझ कर उन्हें सुरक्षा नहीं दी.