झुंझुनूं। जिले को बाल नशा मुक्ति की प्रभावी रोकथाम के लिए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। रविवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में भारत सरकार के गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया । जिला कलक्टर चिन्मयी गोपाल की ओर से मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंबालाल मीणा एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक डॉ पवन पूनिया ने यह सम्मान प्राप्त किया।
उल्लेखनीय है कि बाल अधिकार संरक्षण आयोग देश में एक युद्ध नशे के विरुद्ध अभियान चलाकर नाबालिग बच्चों को नशीली दवाओं के सेवन से बचा रहा है। नशीली दवाओं के सेवन को रोकने के लिए जिला कलक्टर चिन्मयी गोपाल ने प्रभावी कदम उठाये और उसका परिणाम रहा कि नशीली दवाओं की रोकथाम और जागरूकता के मामले में जिला पूरे देश में अव्वल रहा।
:देशभर में अव्वल रहने के लिए की उठाए गए प्रभावी कदम:
– जॉइंट एक्शन प्लान ऑन प्रीवेंशन ऑफ़ ड्रग्स एंड सब्सटेंस एब्यूज एंड इलिसिट ट्रैफकिंग के क्षेत्र में जिले द्वारा ज्वाइंट एक्शन प्लान तैयार करना
– कलेक्टर द्वारा ज्वाइंट एक्शन प्लान की नियमित मॉनिटरिंग, सभी विभागों का लक्ष्य निर्धारित करना तथा उनकी अनुपालना करवाना
– कोटपा एक्ट और जे जे एक्ट की अनुपालना
– शक्षणिक संस्थाओं में नशा मुक्ति के लिए जन जागरूकता पैदा करना
– शेड्यूल H और X की दवाओं का विक्रय करने वाली दुकानों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाना
– शैक्षणिक संस्थाओं में चाइल्ड राइट क्लब एवं प्रहरी क्लब का गठन करवाना
– जिले की सभी संस्थाओं से 9 इंडिकेटर की पालन करवाना
– बच्चों में नशे की प्रवृत्ति को रोकने के लिए समय-समय पर जन जागरूकता अभियान संचालित करना