REPORT TIMES: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले से पाकिस्तान ने अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार ली है. 28 निर्दोष लोगों की जान जाने के बाद हिंदुस्तान का खून खौल रहा है. आम जनता से लेकर सरकार तक में पाकिस्तान की इस कायराना हरकत का गुस्सा है. एक ओर जहां लोग सड़कों पर पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं तो केंद्रीय मंत्री अपने बयानों से पड़ोसी मुल्क को चेतावनी दे रहे हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह साफ कह चुके हैं कि इस बार ऐसा जवाब दिया जाएगा कि दुनिया देखेगी. वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि आतंकी बख्शे नहीं जाएंगे.
22 अप्रैल को हुए इस हमले के बाद से ही दिल्ली में बैठकों का दौर चल रहा है. बुधवार को ही CCS की बैठक हुई, जिसमें पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए कड़े फैसले लिए गए. सरकार के उन कदमों की जानकारी विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी. हालांकि जो एक्शन लिए गए हैं वो सिर्फ ट्रेलर है, क्योंकि पाकिस्तान ऐसा मुल्क है जो सिर्फ इतने से नहीं मानने वाला है. वो हर बार मात खाता और जब उसे भूल जाता है तो फिर कायराना हरकत करता है. ऐसे में इस बार भारत को पाकिस्तान का पक्का हिसाब करना होगा.
पीएम मोदी ने दिखाया पाक की बर्बादी का ट्रेलर
पाकिस्तान कैसे बर्बाद होने वाला है इसका ट्रेलर पीएम मोदी ने बुधवार को दिखाया दिया. उन्होंने पाकिस्तान को इस हाल में छोड़ दिया कि उसका गला सूख जाएगा. साथ ही उसको भूख मरने पर मजबूर कर दिया.
दरअसल भारत ने सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया है. इस समझौते में 6 नदियां आती हैं, जिसमें रावी, व्यास और सतलुज को पूर्वी नदियां कहा जाता है जबकि चिनाब, झेलम और सिंधु मुख्य नदियां पश्चिमी नदियां कहलाती हैं. इसका पानी भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए महत्वपूर्ण है. पाकिस्तान की लगभग 80 फीसदी खेती सिंधु नदी प्रणाली पर पूरी तरह निर्भर करती है. इस जल प्रणाली से मिलने वाले पानी का लगभग 93 प्रतिशत हिस्सा केवल सिंचाई के काम में आता है. सिंधु और इसकी सहायक नदियों से ही कराची, लाहौर और मुल्तान जैसे शहरों को पानी मिलता है.
पाक पर डिप्लोमैटिक स्ट्राइक
सीसीएस की बैठक ढाई घंटे तक चली. इसमें अटारी चौकी को भी तत्काल प्रभाव से बंद करने का फैसला किया गया. इसके अलावा पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को पर्सोना नॉन ग्राटा घोषित किया गया है और उनसे एक हफ्ते के भीतर भारत छोड़ने के लिए कहा गया है.
उन्होंने कहा कि भारत भी इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से अपने रक्षा, नौसेना, वायु सलाहकारों को वापस बुलाएगा. विक्रम मिस्री संबंधित उच्चायोगों में ये पद निरस्त माने जाएंगे. दोनों उच्चायोगों से सेवा सलाहकारों के पांच सहायक कर्मचारियों को भी वापस बुलाया जाएगा.
मिस्री ने बताया कि पाकिस्तानी नागरिकों को दक्षेस वीजा छूट योजना के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी और पाकिस्तानी नागरिकों को अतीत में जारी किए गए किसी भी एसवीईएस वीजा को रद्द माना जाएगा.
खौफ में जी रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान भी मान रहा है कि भारत ने जो अब तक कदम उठाए हैं वो सिर्फ ट्रेलर है. उसे खौफ है कि भारत पाकिस्तान पर एयरस्ट्राइक कर सकता है. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का कहना है कि उनका देश किसी भी आक्रमण का जवाब देने के लिए हमेशा हाई अलर्ट पर रहता है. एयरस्ट्राइक को लेकर उन्होंने कहा कि देश की सशस्त्र सेनाएं भारत की ओर से किसी भी संभावित एक्शन को लेकर तैयार है. हमारी वायुसेना भी अलर्ट है. हम पूरी तरह से रक्षा करने के लिए तैयार हैं.
पाकिस्तान के पूर्व राजदूत अब्दुल बासित ने भी भारत की ओर से एयरस्ट्राइक को लेकर आगाह किया. बासीत ने कहा, मैं देख रहा हूं कि कुछ दिनों के बाद बालाकोट से भी बड़ी एयरस्ट्राइक की जाएगी, यहां बात नहीं रूकेगी भारत कोई न कोई एक्शन पाकिस्तान के खिलाफ लेगा.