जलदाय विभाग के अधिकारी जनप्रतिनिधियाें के साथ प्रशासनिक अधिकारियाें की भी नहीं सुन रहे हैं। जिसके कारण जिले में पेयजल संकट की परेशानियाें का निस्तारण नहीं हाे पा रहा है। हालात इतने विकट हाे गए हैं कि कलेक्ट्रट में पेयजल समस्याओं काे लेकर बने नियंत्रण कक्ष में आई शिकायताें का भी समय पर समाधान नहीं हाे पा रहा है।
कलेक्ट्रट में साेमवार बिजली पानी की साप्ताहिक बैठक में इसका उदाहरण सामने आया। कलेक्टर लक्ष्मणसिंह कुड़ी ने इसे लेकर जलदाय अधिकारियाें के प्रति नाराजगी जताई कि नियंत्रण कक्ष में आई शिकायताें में से महज 15 फीसदी का भी निस्तारण नहीं हाे पा रहा है। कुड़ी ने अधिकारियों से कहा है कि वे गर्मी के मौसम में पानी आपूर्ति के लिए प्रभावी योजना तैयार रखें।
जिससे जिले काे पीने के पानी के संकट से निजात मिल सके। पेयजल समस्या के लिए जो नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, वहां आने वाली शिकायतों का निस्तारण नहीं हाे पा रहा है। समस्याओं का समयबद्ध निस्तारण करने और माैके पर जाकर वास्तविक स्थिति देख व्यवस्था का प्लान बनाएं। कलेक्टर ने पानी आपूर्ति के विद्युत कनेक्शनों को प्राथमिकता से करने व समस्याओं के संबंध में टीमें बनाकर फील्ड विजिट के निर्देश दिए।