जयपुर। रिपोर्ट टाइम्स।
राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र की आज शुरुआत हो चुकी है। बजट सत्र का आरंभ राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े के अभिभाषण के साथ हुआ। जिसमें उन्होंने मौजूदा सरकार के कार्यों से लेकर पिछली सरकार की कमियों तक का जिक्र किया। सदन के पहले ही दिन कांग्रेस के गोविंद सिंह डोटासरा की नोंकझोक हो गई। सदन में और क्या खास? जानते हैं
सरकार पर क्या बोले राज्यपाल?
राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत आज राज्यपाल हरिभाऊ बागडे के अभिभाषण के साथ हुई। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा कि सरकार का लक्ष्य राजस्थान की अर्थव्यवस्था को 350 बिलियन डॉलर तक ले जाने का है। इसे साकार करने के लिए राइजिंग राजस्थान समिट सबसे बड़ा उदाहरण है। राइजिंग राजस्थान में 35 लाख करोड़ के निवेश की मजबूत बुनियाद रखी। राइजिंग राजस्थान राजस्थान से राजस्थान का औद्योगिक उदय होगा। सरकार युवाओं को आगे बढ़ाने का काम कर रही है।
पिछली सरकार को लेकर क्या बोले?
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने सदन में कहा कि पिछली सरकार के वक्त घर-घर पानी पहुंचाने के जल जीवन मिशन प्रोजेक्ट को देरी से शुरु किया गया, इसमें घोटाले की वजह से राजस्थान का नाम खराब हुआ। मौजूदा सरकार में JJM के काम में प्रगति हुई है। राज्यपाल ने ERCP को लेकर कहा कि वसुंधरा सरकार में इसकी शुरुआत हुई, मगर पिछली सरकार ने राजनीतिक लाभ की वजह से इस परियोजना को अटकाया गया। मौजूदा सरकार ने इसे राम जल सेतु परियोजना का नाम दिया।
पेपर लीक, बिजली पर क्या बोले?
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा कि पिछली सरकार के वक्त पेपर लीक हुए, भर्ती परीक्षाओं में देरी हुई। जबकि मौजूदा सरकार ने पिछली सरकार में हुए पेपर लीक के खिलाफ कार्रवाई की। 100 से ज्यादा FIR दर्ज कराई गई हैं, युवाओं के लिए सरकार कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के वक्त राजस्थान अंधेरे में डूबा रहा। थर्मल प्लांट कोयले की कमी से जूझते रहे। ऐसी विषम परिस्थितियों में भी मौजूदा सरकार के प्रयासों से अब थर्मल पावर प्लांट को पर्याप्त कोयला मिल रहा है।
पहले ही दिन डोटासरा से नोंकझोक?
राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र के पहले ही दिन कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की राज्यपाल से नोंकझोक हो गई। दरअसल राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान गोविंद सिंह डोटासरा टोक टोकी की कोशिश कर रहे थे। डोटासरा ने कहा कि सरकार को जिलेवार बैठक कर नहीं रही। राज्यपाल जिलेवार बैठक कर रहे हैं। इस पर राज्यपाल ने भी तल्ख अंदाज में डोटासरा को जवाब दिया। राज्यपाल ने कहा कि यह मेरी ड्यूटी है, मैं हर जिले में जाकर बैठक करुंगा।