चिड़ावा। शिवनगरी के शिवालयों की श्रृंखला में एक और प्राचीन शिवालय में आज हम पहुँचे हैं। ये है कॉलेज रोड स्थित जानकी वल्लभ मंदिर का शिवालय। इस शिवालय की खास बात ये है कि ये शिवालय भगवान आशुतोष के प्रिय आराध्य श्रीराम-जानकी के मंदिर के बाहर बना है। यहां शिवलिंग के साथ गणेशजी, पार्वती और नन्दी विराजित हैं, लेकिन यहां कार्तिकेय की मूर्ति नहीं है।
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https://youtu.be/2jTaeDgH4A8
शिवालय जहां करीब 110 साल से अधिक पुराना है। इसकी स्थापना रामधन महर्षि ने लोगों के आग्रह पर करवाई। वहीं जानकी वल्लभ मंदिर 150 से अधिक साल पुराना है। इसकी स्थापना धाबाई परिवार द्वारा करवाई गई थी। मंदिर में जानकी-वल्लभ की नयनाभिराम मूर्तियां लगी है तो वहीं उनके बिल्कुल सामने हनुमानजी महाराज बिराजे हैं। मंदिर में वर्तमान में पं.श्यामसुंदर पुजारी पूजा का जिम्मा सम्भाले हुए है। पुजारी ने बताया कि उनकी चौथी पीढ़ी यहां पूजा कर रही है। भक्ति की असीम गंगा यहां बहती नजर आती है। आप भी एक बार यहां अवश्य पधारें। कल फिर मिलेंगे एक और प्राचीन शिवालय में। हर हर महादेव