चिड़ावा। शिवनगरी के शिवालयों की श्रृंखला में आज हम पहुंचे हैं गौशाला रोड पर मंड्रेला रोड से थोड़ी पहले बनी कुमावत (चेजारा) समाज की बगीची में।
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https://youtu.be/OA9N18V_pSI
इस बगीची का निर्माण मूलचन्द बिंवाल ने तकरीबन 125 साल पहले कराया। वर्तमान में यहां श्यामसुंदर स्वामी पूजा-अर्चना करते हैं। वहीं इनसे पहले इनके पिता मालीराम और दादा ने यहां पूजा-अर्चना का जिम्मा सम्भाला बगीची का प्रवेश द्वार बड़ा ही आकर्षक बनाया गया है। प्रवेश द्वार के ऊपर हनुमानजी महाराज की नयनाभिराम मूर्ति विराजित है। वहीं बगीची में प्रवेश करते ही सामने लगा है एक पीपल पेड़। पेड़ के दूसरी ओर बगीची में सभागृह में बने गर्भगृह में विराजे हैं हनुमानजी के पांच विग्रह। यहीं पर भगवान श्रीकृष्ण का बाल विग्रह लड्डूगोपाल भी विराजित है। वहीं सभागृह के बाएं तरफ बना है शिवालय। शिवालय की खास बात ये है कि यहां दो शिवलिंग पूरे शिवपरिवार के साथ विराजित हैं। वहीं एक शिवलिंग के पास हनुमानजी को भी विराजित किया गया है। ऐसा संयोग बहुत कम देखने को मिलता है कि जहां शिवलिंग के पास रुद्रवतार विराजे हों। मंदिर में मंगलवार और शनिवार को काफी संख्या में श्रद्धालु दर्शनों को आते हैं। श्रद्धालुओं का मानना है कि यहां कोई भी पीड़ित आता है तो भगवान उसकी पीड़ा जरूर दूर करते हैं। ऐसे में लोगों की यहां काफी आस्था है। एक बार आप भी यहां दर्शन कर पुण्यलाभ उठाएं… अब दीजिए हमें इजाजत..हर हर महादेव