https://youtu.be/HaCzSC_SZqI
शिवनगरी यानी चिड़ावा के शिवालयों की श्रृंखला में आज हम पहुंचे हैं विद्यानिकेतन स्कूल से पिलानी रोड की ओर जाने वाले रास्ते पर केडिया कुएं के पास बनी वैद्य परिवार की बगीची में। इस बगीची में करीब सवा सौ साल पहले वैद्य परिवार ने यहां विधिवत शिवालय की स्थापना की। निरन्तर यहां वैद्य परिवार पूजा अर्चना करता आ रहा है। वर्तमान में संजय वैद्य यहां परिवार सहित पूजा अर्चना करते हैं। बगीची में प्रवेश करते ही सामने विशाल युगल वटवृक्ष के नीचे बना है शिवालय। शिवालय में एक बेहद ही मनमोहक शिवलिंग नन्दी महाराज के साथ विराजित है। वहीं ऊपर की तरफ माता पार्वती, गणेशजी और कार्तिकेय जी विराजे हैं। खास बात ये है कि शिवालय में सिन्दूरवदन हनुमानजी की मूर्ति भी विराजित है। शिवालय से बाहर आने पर बाईं तरफ पीपल के तीन पेड़ एक साथ लगे हैं। इन्हें ब्रह्मा, विष्णु, महेश स्वरूप मानकर श्रद्धालु पूजते हैं। शिवालय के पीछे वटवृक्ष का जोड़ा लगा है। आमतौर पर पीपल का का जोड़ा तो देखने को मिलता है, लेकिन वटवृक्ष का जोड़ा बड़ा ही दुर्लभ होता है। दोनों वटवृक्ष आपस में मिले हुए हैं। इसके पूजन का बड़ा ही धार्मिक महत्व माना जाता है। पीपल के पास और आगे अड़ूसा के पौधे भी लगे हैं। आयुर्वेदिक काढ़े में ये काफी उपयोगी है। कई आयुर्वेदिक औषधियों में इस पौधे का उपयोग किया जाता है। यहां शांत वातावरण ईश्वरीय सामीप्य का अहसास कराता है। तो एक बार जरूर यहां पूजन के लिए आइए और भगवान के दर्शनों का पुण्य लाभ उठाइए।
हर हर महादेव