चारा घोटाले के डोरंडा कोषागार मामले में पांच वर्ष के जेल की सजा सुनाये जाने के बाद रिम्स में उपचराधीन राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव तनाव में हैं, जिससे उनका मधुमेह और रक्तचाप बार-बार बढ़ रहा है और घट रहा है। डॉक्टरों ने इसकी जानकारी दी। रिम्स में लालू का उपचार कर रहे सात मेम्बरीय डॉक्टर दल के प्रमुख डा। विद्यापति ने ‘पीटीआई भाषा’ से वार्ता में बताया कि उन्होंने तनाव में दिख रहे पूर्व केन्द्रीय मंत्री को खामोश चित्त रहने की राय दी है और उनके साथ सभी डॉक्टरों ने उन्हें ढांढ़स भी बंधाया है।
20 फीसदी क्षमता से कार्य कर रही है किडनी
विद्यापति ने बताया कि लालू यादव का शुगर लेवल बिना कुछ खाये पिछले कुछ दिनों में 240 से लेकर 160 तक रह रहा है इसी तरह उनका ब्लड प्रेशर 130 से 160 तक रह रहा है। उन्होंने बताया कि आज ही प्रातः काल लालू प्रसाद का ब्लड प्रेशर 130 था और शुगर 70 था जबकि दोपहर में उनका बीपी 160 तक पहुंच गया और शुगर भी 240 तक पहुंच गया।
उन्होंने बताया कि लालू की किडनी चौथे स्टेज में कार्य कर रही है जिसका सीधा आशय है कि वह 20 फीसदी क्षमता से ही कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके लालू का पूरा ख्याल रखा जा रहा है और बार बार उनकी जाँच भी की जा रही है लेकिन उन्हें स्वस्थ रहने के लिए खामोश रहना ही होगा।
चारा घोटाला के अनुसार डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये के गबन के मामले में गुनाही करार दिये गये राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को यहां की विशेष CBI न्यायालय ने सोमवार को पांच साल के सश्रम जेल और 60 लाख रुपये अपराधाने की सजा सुनायी। इसके साथ ही न्यायालय ने इस मामले में 39 अन्य अभियुक्तों को तीन साल से लेकर पांच साल तक की कैद एवं एक लाख से दो करोड़ रुपये तक के अपराधाने की सजा सुनायी है।