REPORTTIMES
धरती पर जीवन के लिए सबसे महत्वपूर्ण तत्व जल है। हमारे शरीर का 70 फीसदी हिस्सा भी पानी। हमें ये भी नहीं भूलना चाहिए कि पृथ्वी पर मौजूद जल में से केवल 3% ही मीठा पानी है जो पीने लायक है। बाकी महासागरों का खारा पानी है। यही कारण है कि मानव जाति के अस्तित्व के लिए मीठे पानी का संरक्षण बेहद जरूरी है।
भारत में पूरी दुनिया की 16 फीसदी आबादी रहती है। जबकि भारत में पूरी दुनिया में मौजूद मीठे पाने के संसाधनों में से सिर्फ 4 फीसदी हीहै। ऐसे में पीने के पानी का बेहतर प्रबंधन और संरक्षण एक आंदोलन की तरह किया जाना जरूरी है। भारत की सबसे सम्मानित कंपनियों में से एक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक संजीव मेहता के मुताबिक, हमारी पानी की मौजूदा खपत पैटर्न को देखते हुए यह संभव है कि 2030 तक हमारे पास जरूरत का सिर्फ आधा पानी ही बचा हो। ऐसे में यह स्थिति गंभीर है। यह खुशी की बात है कि भारत में पीने योग्य पानी के प्रबंधन और संरक्षण के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं। इससे काफी उम्मीद बनती है कि हम भविष्य में अपनी पानी की जरूरतों को आसानी से पूरा कर सकेंगे।