Report Times
Otherटॉप न्यूज़ताजा खबरेंदेश

पानी न कर सके पानी पानी (व्यंग्य)

reporttimes

Advertisement

पानी की बढ़ती कमी के कारण मानवता भी पानी पानी हो रही है। ‘नानी याद आना’ मुहावरा जगह जगह बह रहा है। जिसे पानी मिल जाता है व्यवस्था को नहीं कोसता, पड़ोसी को नहीं बताता। वैसे तो आजकल पड़ोसी मिलते जुलते नहीं। साफ़ पानी मिलना लाटरी खुलने जैसा हो गया है। तालाबों को दफन करने के बाद अब उनकी कब्रें खोदी जा रही हैं। राजनेता अगर जादूगर होते तो लोगों को हिप्नोटाइज़ करते और उन्हें महसूस करा देते हमारे पास बहुत पानी है। उन्हें हर घर में नल चिपकाने की ज़रूरत नहीं  रहती। ईश्वर मुस्कुरा रहे हैं। असलीयत का सांप सिहरन पैदा कर देता है।

Advertisement
Advertisement

Related posts

पिलानी के फिजिशियन का दावा : मेफेनेमिक एसिड कॉरोना के इलाज में कारगर

Report Times

लड़की के साथ नशे में धुत मिला SP का बेटा, पूछताछ पर थानेदार से बोला- तेरी क्या औकात?

Report Times

राजस्थान में पान, गुटखा, तंबाकू उत्पादों को मिली बिक्री की छूट

Report Times

Leave a Comment