REPORT TIMES
चिड़ावा। लंका में सीता माता का पता लगाने पहुंचे हनुमान को विभीषण ने अशोक वाटिका का पता बताया। हनुमान ने अशोक वाटिका में राम कहानी सुनाई और मुद्रिका फेंककर सीता मां को प्रभु का स्मरण कराया। फिर लंका दहन कर वापस माता सीता के पास आकर हनुमान ने कहा …माता धीरज मत खोना श्रीराम शीघ्र आएंगे…और राम जी के पास पहुंचकर सीता माता की दी हुई चूड़ामणि उन्हें सौंपी। इसके बाद समुद्र की ओर श्रीराम और लक्ष्मण की अगुवाई में वानर सेना ने प्रस्थान किया। ये दृश्य था कस्बे के साहित्यकार डॉ. पचरंगिया मार्ग स्थित डालमियों के नोहरे में रामलीला का।
पूरा वीडियो इस लिंक पर क्लिक करके देखिए 👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻
https://youtube.com/watch?v=kgeZZXmsu4Y&feature=share
https://youtube.com/watch?v=6Es1JID-kO8&feature=share
लीला में राम की भूमिका पंकज वर्मा, लक्ष्मण की अनूप भारतीय, सीता की सुनील मेहरानिया, हनुमान की विक्की हर्षवाल, सुग्रीव की भूपेंद्र अरड़ावतिया, विभीषण की भूपेंद्र दायमा, जामवंत की रवि भारतीय, रावण की संतोष अरड़ावतिया, मेघनाथ की दीपेश अरड़ावतिया, अक्षय कुमार की अनूप धाबाई, अंगद की बिट्टू, सम्पात्ति की भूमिका महेंद्र भारतीय, सुरसा की प्रियदर्शन जोशी ने निभाई। रामलीला संरक्षक बैजनाथ मोदी ने बताया कि मंगलवार को सेतुबंध रामेश्वरम और लक्ष्मण शक्ति की लीला दिखाई जाएगी। बुधवार को मेघनाथ वध, कुम्भकर्ण वध और अहिरावण वध की लीला दिखाई जाएगी।
Advertisement