REPORT TIMES
पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ से सीए ममता बनर्जी का टकराव बना हुआ था, लेकिन वर्तमान राज्यपाल सीवी आनंद बोस के साथ सीएम ममता बनर्जी के बहुत ही अच्छे रिश्ते हैं. एक महीने पहले 23 नवंबर को उन्हें बंगाल का नया राज्यपाल बनाया गया है. इस बीच प्रदेश भाजपा ने यह कहते हुए दिल्ली में शिकायत करना शुरू कर दिया कि राज्यपाल सीवी आनंद बोस व्यावहारिक रूप से तृणमूल के प्रति ‘पक्षपातपूर्ण’ हैं. बता दें कि ममता बनर्जी ने हाल में सीवी आनंद बोस से मुलाकात की थी और उन्हें काफी प्रशंसा की थी.
भाजपा सूत्रों का दावा है कि हाल ही में दिल्ली में पार्टी के अखिल भारतीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ राज्य नेतृत्व की बैठक में शुभेंदु अधिकारी ने राज्यपाल की भूमिका को लेकर अपना ‘असंतोष’ व्यक्त किया था और वहां उन्होंने कहा कि इसके बजाय नए राज्यपाल सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं. बंगाल भाजपा को कोई मदद नहीं मिल रही है.
धनखड़ और ममता के बीच चल रहा था टकराव
सत्तारूढ़ तृणमूल ने ठीक यही आरोप सीवी बोस के पूर्ववर्ती जगदीप धनखड़ पर लगाया था. सीएम ममता बनर्जी ने धनखड़ को उनके पद से हटाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीन बार पत्र भी लिखा था और राज्यपाल के व्यवहार के खिलाफ विधानसभा में निंदा प्रस्ताव भी लाया गया था. तृणमूल ने विरोध किया था कि धनखड़ के कार्यकाल में राज्यपाल कार्यालय भाजपा का पार्टी कार्यालय बन गया था. भाजपा सूत्रों के मुताबिक शुभेंदु खेमे ने दावा किया है कि नए दौर में राज्यपाल का कार्यालय तृणमूल का पार्टी कार्यालय बन गया है. जेपी नड्डा के साथ प्रदेश के नेताओं ने पिछले सोमवार को पार्टी सांसद सुभाष सरकार के घर पर मुलाकात की थी. सांसदों के अलावा शुभेंदु अधिकारी, महासचिव (संगठन) अमिताभ चक्रवर्ती मौजूद थे.
ममता बनर्जी ने राज्यपाल को बताया था सभ्य व्यक्ति
गुरुवार को राज्यपाल बनने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पूर्व आईएएस बोस से पहली आधिकारिक मुलाकात की थी. राज्यपाल की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, “यह राज्यपाल सही अर्थों में एक सभ्य व्यक्ति हैं. वह राज्य सरकार के साथ सहयोग कर रहे हैं.” शुक्रवार को राज्यपाल ने विधानसभा में फिर से पुष्प प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और राज्य की प्रगति के लिए सभी विरोधी शासकों की संयुक्त पहल पर जोर दिया. उन्होंने कहा, ”स्पीकर द्वारा आयोजित पुष्प प्रदर्शनी का एक खास मकसद है. वास्तव में सभा में भिन्न-भिन्न मतों को एक साथ लाने का कार्य उसी प्रकार करना पड़ता है जैसे भिन्न-भिन्न फूलों को एक साथ लाकर गुलदस्ता बनाना. ‘थैंक यू’ कहें और निकल गये.