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राजस्थान विधानसभा में बजट पेश करने के बाद हुई बहस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकार की ओर से गुरुवार को जवाब दिया. बहस के जवाब में गहलोत ने विपक्ष के आरोपों का जवाब देने से पहले बीजेपी नेता गुलाब चंद कटारिया को असम का राज्यपाल बनने की शुभकामनाएं दी. गहलोत ने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि राजस्थान के बजट में 21 हजार करोड़ की कटौती कर दी गई है जो किसी भी राज्य सरकार के लिए बड़ी रकम होती है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राजस्थान के बजट में इतनी बड़ी कटौती की लेकिन कोई सांसद नहीं बोला और हमारे 25 सांसदों ने संसद में राजस्थान के हितों की पैरवी नहीं की. वहीं पीएम मोदी के दौसा में राज्य सरकार ने सीमावर्ती इलाकों में सड़कें नहीं बनाने के बयान पर सीएम ने कहा कि पीएम के द्वारा ये कैसा बयान था मेरे समझ में नहीं आया. सीएम ने कहा कि पीएम ने ऐसा बयान दिया जबकि सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम में मोदी सरकार ने 71 फीसदी की कटौती की थी. गहलोत ने केंद्र सरकार पर राज्यों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए आगे कहा कि केंद्र सरकार ने बजट में राज्यों के लिए चलने वाली कई योजनाओं में फंड में कटौती की है. गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार ने मनरेगा, मिड-डे मिल, NFSA,इलेट्रॉनिक्स और आत्म निर्भर भारत निर्माण योजना में कटौती की है.
प्रति व्यक्ति आय में राजस्थान अग्रणी : गहलोत
गहलोत ने आगे कहा कि राजस्थान के बजट की देशभर में चर्चा हो रही है और आने वाले समय में भी देश के कई राज्यों में हमारे बजट का संदर्भ लिया जाएगा. सीएम ने कहा कि हमारे शानदार बजट का ही कमाल है कि राजस्थान में प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है और पिछले साल 1.56 लाख प्रति व्यक्ति आय हो गई है. उन्होंने बताया कि चार साल में 10 फीसदी की औसत से बढ़ोतरी हुई है जबकि देश का औसत 7 फीसदी का है. वहीं प्रति व्यक्ति आय के मामले में राजस्थान पिछड़े राज्यों से निकलकर अग्रणी राज्यों में आ गया है. गहलोत ने कहा कि हर क्षेत्र में भारत सरकार ने कटौती की है. उन्होंने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन में 30 फीसदी और राष्ट्रीय कृषि मिशन में 32 फीसदी की कटौती की गई है. वहीं नए इनकम टैक्स के स्लैब से जनका को भ्रमित करने का काम किया गया है.
ERCP पर जनता को गुमराह किया : गहलोत
गहलोत ने कहा कि राजस्थान की जनता ईआरसीपी को रोकने के लिए कभी बीजेपी को माफ नहीं करेगा. सीएम ने कहा कि वसुंधरा राजे सरकार में बनी ईआरसीपी योजना के लिए हमारी सरकार ने बजट में 13 हजार करोड़ का बजट दिया है. गहलोत ने बीजेपी नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि ईआरसीपी वसुंधरा राजे की योजना है जिसको जानबूझकर अब बीजेपी ने रोक रखा है. गहलोत ने कहा कि बीजेपी नेताओं ने ईआरसीपी को लेकर पीएम से बात नहीं की वरना प्रधानमंत्री ने दौसा में जिस तरह की बातें कि वह नहीं करते.
‘गंगा के किनारे पड़ी लाशें भूल गए क्या’
वहीं सतीश पूनिया के कोरोना को लेकर गहलोत सरकार के प्रबंधन पर हमले का पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी वाले गंगा किनारे पड़ी हजारों लाशें कैसे भूल गए, ऑक्सीजन की कमी से हजारों जानें चली गई जिसके लिए केंद्र सरकार को जनता कभी माफ नहीं करेगी. गहलोत ने कहा बीजेपी वाले गाय के नाम पर केवल राजनीति करते हैं लेकिन हमारी सरकार ने नंदी शालाओं के लिए 4 साल में 2313 करोड़ अनुदान दिया. सीएम ने आरोप लगाया कि लंपी बीमारी के समय भी केंद्र सरकार से हमें सहयोग नहीं मिला. गहलोत ने कहा कि सिर्फ वोट लेने के लिए बीजेपी नेता राम और गौभक्त बन जाते हैं. गहलोत ने कहा कि हमारे 4 साल के कामों की वजह से ही हम देश में आर्थिक विकास के मामले में 2 नंबर पर आ गए हैं.