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जयपुर: राजस्थान की राजधानी में 2008 में हुआ जयपुर बम ब्लास्ट मामला चुनावों से पहले अब गहलोत सरकार के लिए सिरदर्द बन सकता है. धमाके के आरोपियों के बीते दिनों हाईकोर्ट से बरी हो जाने के बाद बीजेपी अब इसे चुनावी मुद्दा बनाने में जुट गई है जहां बुधवार को जयपुर में बीजेपी नेताओं ने ब्लास्ट पीड़ितों और उनके परिजनों के साथ एक कैंडल मार्च निकाला. जानकारी के मुताबिक बीजेपी के सभी दिग्गज नेता कैंडल लेकर रामलीला मैदान से निकले और सांगानेरी गेट के हनुमान मंदिर तक गए. मालूम हो कि बीजेपी लगातार 13 मई 2008 को हुए सीरियल बम ब्लास्ट में मारे गए बेगुनाह लोगों के दोषियों के लिए फांसी की सजा की मांग कर रही है.इधर मामले में फैसला आने के 15 दिन से ज्यादा बीत जाने के बाद भी गहलोत सरकार की ओर से आरोपियों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल नहीं की गई जिसके बाद अब बीजेपी की ओर से ब्लास्ट पीड़ितों के साथ सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी लगाई जाएगी. इसके लिए नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ पीड़ित परिवारों के साथ दिल्ली पहुंचे हैं.
बीजेपी नेताओं ने गहलोत सरकार को घेरा
वहीं बुधवार को रामलीला मैदान पर बीजेपी नेताओं ने ब्लास्ट मामले में कांग्रेस सरकार की कमजोर पैरवी को लेकर सीएम गहलोत पर जमकर हमला बोला. बीजेपी नेताओं ने सरकार पर बम ब्लास्ट के अपराधियों को छोड़ देने तक के आरोप लगाए. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि जयपुर की जनता के दिल से इस मामले में फैसला आने पर बद्दुआ निकली है जिसका नतीजा कांग्रेस सरकार को भुगतना पड़ेगा.उन्होंने कहा कि राजस्थान में बीजेपी की सरकार बनने पर हम बम ब्लास्ट पीड़ितों के लिए आर्थिक पैकेज लागू करेंगे और बेसहारा परिवारों को जीवन यापन करने में मदद करेंगे. वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने इस दौरान कहा कि ब्लास्ट के आरोपियों के खिलाफ 1200 सरकारी गवाहों ने सबूत दिए थे लेकिन कांग्रेस की लापरवाही के चलते आरोपी रिहा हो गए.