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हरियाणा के भिवानी जिले में हुए नासिर-जुनैद हत्याकांड मामले में मोनू मानेसर को क्लीन चिट दे दी गई है. राजस्थान पुलिस के डीजीपी उमेश मिश्र ने इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि फरवरी के महीने में हरियाणा के भिवानी में नासिर-जुनैद को कार के अंदर जिंदा जलाकर हत्या की गई थी. उस हत्याकांड में मोनू मानेसर के लोग शामिल नहीं थे. इस हत्या में जो लोग डायरेक्टली इन्वॉल्व हैं. ऑन स्पॉट जो लोग देखे गए. उनमें से कोई भी शख्स मोनू मानेसर का नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड के पीछे जिन लोगों की भूमिका है. उस आधार पर मामले की जांच चल रही है. हत्याकांड के तुरंत बाद ही हमारी टीम घटनास्थल पर गई थी.
हत्याकांड के आरोपियों को किया जाएगा गिरफ्तार
दरअसल, सोमवार को जयपुर में हुई प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान डीजीपी ने क्लीन चिट देने की बात तब कही जब उनसे पूछा गया कि नासिर-जुनैद हत्याकांड में मोनू मानेसर के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज है. इसके बावजूद उसकी गिरफ्तारी नहीं की गई. तब उन्होंने कहा कि नासिर-जुनैद हत्याकांड में मोनू मानेसर का कोई हाथ नहीं है. इस हत्याकांड में जो लोग जुड़े हैं. उस आधार पर मामले की जांच की जा रही है. आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.
नूंह हिंसा में मोनू मानेसर का नाम आने पर क्या बोले DGP?
इसके साथ ही हरियाणा के नूंह जिले में हुई हिंसा को लेकर राजस्थान के डीजीपी ने कहा कि वहां भी हमारी टीम गई हुई थी. नूंह हिंसा में मोनू मानेसर का नाम आने पर डीजीपी ने कहा कि मेन मुद्दा इंटेलीजेंस का है. इंटेलीजेंस अगर होगा तो मोनू मानेसर पकड़ जाएगा. बता दें कि मोहित यादव उर्फ मोनू मानेसर हरियाणा में बजरंग दल की गोरक्षक शाखा का प्रमुख है. सबसे पहले उसका नाम भिवानी जिले में नासिर-जुनैद की हत्याकांड में आया था. इसके बाद नूंह हिंसा मामले में भी उसका नाम सामने आ रहा है.