Report Times
latestOtherउत्तर प्रदेशटॉप न्यूज़ताजा खबरेंधर्म-कर्मस्पेशल

महाशिवरात्रि महापर्व पर होगी विशेष पूजन, श्री महाकालेश्वर मंदिर में हर्षोल्लास से मनाया जायेगा महाशिवरात्रि महापर्व 2024

REPORT TIMES 

उज्जैन। सनातन धर्म परंपरा में जिस प्रकार शक्ति की आराधना के लिए देवी मंदिरों में नवरात्रि मनाई जाती है, उसी प्रकार उज्जैन के विश्वप्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में शिव नवरात्रि मनाई जाती है। बारह ज्योतिर्लिंगों में एकमात्र श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में ही शिव नवरात्रि उत्सवपूर्वक मनाई जाती है। श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिव नवरात्रि का यह उत्सव फाल्गुन कृष्ण पंचमी 29 फरवरी से प्रारम्भ हो गया है, श्री महाशिवरात्रि महापर्व के अगले दिन तक चलेगा | इस दौरान श्री महाकालेश्वर भगवान जी के पट दर्शन हेतु लगभग 44 घंटे दर्शन हेतु खुले रहेगे |

महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान श्री महाकालेश्वर जी के पूजन विधान

श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं अपर कलेक्टर श्री संदीप कुमार सोनी ने बताया कि, 08 मार्च 2024 महाशिवरात्रि महापर्व पर भस्मार्ती हेतु श्री महाकालेश्वर भगवान जी के मंगल पट प्रात: 02:30 बजे खुलेगे | भस्मारती उपरांत 07:30 से 08:15 दद्योदक आरती, 10:30 से 11:15 तक भोग आरती के पश्यात दोपहर 12 बजे से उज्जैन तहसील की ओर से पूजन-अभिषेक संपन्न होगा |

सायं 04 बजे होल्कर व सिंधिया स्टेट की ओर से पूजन व सायं पंचामृत पूजन के बाद भगवान श्री महाकालेश्वर को नित्य संध्या आरती के समान महाशिवरात्रि पर्व पर भी गर्म मीठे दूध का भोग लगाया जायेगा | रात्रि में सायं 07 बजे से 10 बजे तक कोटितीर्थ कुण्ड के तट पर विराजित श्री कोटेश्वर महादेव का पूजन, सप्तधान्य अर्पण, पुष्प मुकुट श्रृंगार (सेहरा) के उपरान्त आरती की जायेगी | रात्रि 11 बजे से सम्पूर्ण रात्रि 09 मार्च प्रात: 06 बजे तक भगवान श्री महाकालेश्वर जी का महाअभिषेक पूजन श्रृंगार चलेगा |

जिसमे एकादश-एकादशनी रूद्रपाठ व विभिन्न मंत्रो के माध्यम से 11 ब्राह्मणों द्वारा देवादिदेव भगवान श्री महाकालेश्वर जी का अभिषेक किया जायेगा | उसके पश्यात भस्म लेपन, विभिन्न प्रकार के पाँच फलो के रसो से अभिषेक, पंचामृत पूजन (101 लीटर दूध, 31 किलो दही, 21 किलो खांडसारी , 21 शहद, 15 किलो घी) से अभिषेक, गंगाजल, गुलाब जल, भाँग आदि के साथ केसर मिश्रित दूध से अभिषेक किया जायेगा | अभिषेक उपरांत भगवान को नवीन वस्त्र धारण कराये जाकर सप्तधान्य का मुखारविंद धारण कराया जायेगा | जिसके बाद सप्तधान्य अर्पित किया जाएगा जिसमे चावल, खडा मूग, तिल, मसूर, गेहू, जव, साल, खड़ा उडद.

Related posts

माउंट आबू : संत समाज ने की मारपीट के आरोपियों पर कार्रवाई की मांग

Report Times

मुख्य मंत्री भगवंत मान ने शहीद भगत सिंह के जन्म दिवस पर युवा पुरस्कार शुरू करने का किया ऐलान

Report Times

Crush terrorism: जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को कुचल दें, समर्थकों पर भी करें कार्रवाई… गृह मंत्री अमित शाह का अधिकारियों को निर्देश

Report Times

Leave a Comment