शंभूबॉर्डर। रिपोर्ट टाइम्स।
किसान अपनी मांगों को लेकर पिछले 11 महीनों से शंभू बाॅर्डर पर डटे हुए थे, लेकिन अब किसान दिल्ली की तरफ कूच करने लगे हैं. हालांकि किसानों के पास इसकी परमीशन नहीं है. इसको देखते हुए पुलिस ने भी पुख्ता इंतजाम किया है. पुलिस ने सुरक्षा को देखते हुए बॉर्डर के आसपास बैरिकैडिंग कर दी है.
किसान नेताओं ने बताया कि आज 101 किसान पहले जत्थे में आगे बढ़ेंगे. किसान लंबे समय से एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं. किसान नेता तेजवीर सिंह ने बताया कि अभी पाठ में वो 101 किसान बैठे हैं, जोकि पहले जत्थे में आगे बढ़ेंगे. जबकि सड़क के दोनों ओर किसान वालंटियर मौजूद हैं, जोकि पुलिस एक्शन होने पर जख्मी किसानों की मदद करेंगे. वालंटियर को बंदोबस्त के लिए उन्हें रखा गया है.
पुलिस ने पूरा रास्ता किया सील
शंभू बॉर्डर से दिल्ली की ओर जाने का रास्ता पिछले 11 महीनों से बंद है. पुलिस ने इस रास्ते को 13 फरवरी को बंद कर दिया था. इसके अलावा हरियाणा पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्सेज भी तैनात है. किसानों के दिल्ली कूच के ऐलान को देखते हुए, एक बार फिर से यहां पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं, और पूरा रास्ता सील कर दिया गया है. प्रशासन की तरफ से बॉर्डर पर जवानों की तैनाती के साथ यहां पर वाटर कैनन गाड़ी, पुलिस बस और एंबुलेंस खड़ी की है. पुलिस हर मूवमेंट पर नजर रखे हुए है.
दिल्ली कूच से पहले होगी अरदास
दिल्ली कूच से पहले शंभू बाॅर्डर पर किसानों ने अरदास की. 101 किसानों ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ किया. इस पाठ में वे किसान शामिल हुए जो आज दिल्ली जाने वाले जत्थे में शामिल हैं. दोपहर 1 बजे 101 किसान दिल्ली के लिए रवाना होंगे.
क्या हैं किसानों की प्रमुख मांगें
किसानों ने अपनी 12 मांगें पेश की है, जिनमें न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी और लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए न्याय की मांग प्रमुख प्रमुख है. डीएपी खाद की कमी को दूर किया जाए, किसानों का कर्जा माफ किया जाए और उन्हें पेंशन दी जाए. इसके अलावा भी किसानों की मांगे हैं.
मंत्री अनिल विज बोले- किसानों को इजाजत नहीं
हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने कहा- क्या किसानों ने अनुमति ली है? बिना अनुमति के उन्हें दिल्ली नहीं जाने दिया जा सकता है. आप वहां एक कार्यक्रम के लिए जा रहे हैं और आपको मंजूरी लेनी होगी.