चिड़ावा। रिपोर्ट टाइम्स।
नगर के आराध्य संत परमहंस पंडित गणेश नारायण बावलिया बाबा की 112वीं पुण्यतिथि पर बुधवार को आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। बाबा की साधना स्थली चौरासिया मंदिर और समाधि स्थल गोगाजी का मंदिर परिसर में हजारों श्रद्धालु सुबह से दर्शनों को आते रहे। लगातार भक्तों का तांता लगा रहा। दोनों स्थानों पर बाबा के दर्शनों के लिए बेरिकेड्स लगाए गए। श्रद्धालुओं ने बारी बारी से दर्शन कर मनौतियां मांगी।
बाबा को घरों से बनाकर लाया गया सिरा सुसवा का भोग लगाया गया। इस मौके पर बाबा को सेहल, बड़ा का भोग भी लगाया गया। श्रद्धालुओं ने समाधि स्थल के पास लगे मेले में जमकर खरीददारी भी की। वहीं बच्चों ने चाट और झूलों का खूब आनंद लिया। इधर बाबा की साधना स्थली चौरासिया मंदिर परिसर में हलवा सुसवा का प्रसाद दिनभर बांटा गया। वहीं मंदिर के भीतर भंडारा स्थल पर भंडारा समिति की ओर से भंडारे का आयोजन किया गया। भंडारे में भी सुबह से ही श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण कर करने के लिए आते रहे। भंडारे में हलवा, सुसवा, पूरी और सब्जी परोसी गई। भंडारे में काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने सेवा भी दी।
इधर शहर में बगड़, सूरजगढ़, नारनौल, सिंघाना, खेतड़ी, बगड़, झुंझुनूं सहित आसपास के काफी इलाकों से श्रद्धालु निशान लेकर भी बाबा के दरबार में आए भगिनिया जोहड़ से गणेश घाट सेवा समिति की ओर से भगीनिया जोहड़ में निशान पूजा की गई।
इसके बाद डीजे पर नाचते हुए निशान हाथों में लेकर श्रद्धालु पैदल रवाना हुए। ये निशान यात्रा शहर के प्रमुख रास्तों से होते हुए यात्रा बावलिया बाबा समाधि स्थल पहुंची। बाबा के समाधि स्थल पर निशान समर्पित किए। इस दौरान बाबा के जयकारों से धाम गूंज उठा। निशान यात्रा के साथ बावलिया बाबा और राम दरबार की झांकी भी सजाई गई।