जयपुर। रिपोर्ट टाइम्स।
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के मौके पर राजस्थान सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। जिसके चलते अब पार्वती कालीसिंध चंबल लिंक परियोजना (PKC-ERCP) का नाम राम जल सेतु लिंक परियोजना होगा। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार रात सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर सरकार के इस फैसले की जानकारी दी।
PKC-ERCP अब राम जल सेतु प्रोजेक्ट !
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर बड़ा ऐलान किया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार देर रात पार्वती कालीसिंध चंबल लिंक परियोजना का नाम राम जल सेतु लिंक परियोजना करने की बात कही। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर इस फैसले का ऐलान किया। इसके साथ ही राम जल सेतु लिंक परियोजना के पोस्टर का विमोचन भी किया।
ERCP का दूसरी बार बदला गया नाम
राजस्थान और मध्यप्रदेश के कई जिलों के लिए वरदान बनने वाली इस परियोजना का नाम दूसरी बार बदला गया है। पहले इस प्रोजेक्ट का नाम पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना ERCP रखा गया था। इसके बाद राजस्थान में भजनलाल सरकार बनी तो इस प्रोजेक्ट का नाम बदलकर PKC-ERCP पार्वती कालीसिंध चंबल लिंक परियोजना कर दिया गया। अब अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ के मौके पर राजस्थान के मुख्यमंत्री ने फिर इस प्रोजेक्ट का नाम बदलने की घोषणा की है, अब इसे राम जल सेतु लिंक प्रोजेक्ट नाम दिया गया है।
कब हुआ लोकार्पण, क्या फायदा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्वती कालीसिंध चंबल लिंक प्रोजेक्ट का लोकार्पण 17 दिसंबर 2024 को जयपुर में किया था। इस मौके पर राजस्थान और मध्यप्रदेश की सरकार के बीच MoU साइन हुए। इस प्रोजेक्ट से 17 जिलों की 3 करोड़ से ज्यादा आबादी को पेयजल मिल सकेगा। इसके अलावा करीब 25 लाख किसानों की कृषि भूमि के लिए सिंचाई का पानी भी उपलब्ध हो सकेगा। राजस्थान के सीएम भजनलाल ने प्रोजेक्ट का नाम बदलने पर कहा कि लोगों की आस्था का सम्मान करते हुए यह ऐतिहासिक फैसला लिया गया है।