यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर कारागारेंस्की (Ukraine President Volodymyr Zelenskyy) ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि यूक्रेन किसी से नहीं डरता है. उन्होंने यह बयान रूस द्वारा आक्रमण के करीब पहुंचने के इशाराों के बीच दिया है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) ने पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादी क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता देने के साथ-साथ वहां पर अपने सैनिकों की तैनाती करने के आदेश दिए हैं. इस बीच, अमेरिका, मैक्सिको और
पांच यूरोपीय राष्ट्रों के निवेदन पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने सोमवार रात को एक आपात मीटिंग बुलाई.अपने संबोधन में कारागारेंस्की ने कहा, प्यारे लोगों, हम और हमारे राष्ट्र के पास इतिहास पर लंबे स्पीच के लिए समय नहीं है. मैं बीते हुए कल ही बात नहीं करूंगा. मैं उपस्थिता सच और हमारे भविष्य के बारे में बात करूंगा. यूक्रेन अपनी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सीमाओं के भीतर है और रहेगा, रूसी संघ के किसी भी बयान या कार्रवाई के बावजूद. हम खामोश और आश्वस्त बने हुए हैं. मैं इसके लिए अपने देमृत शरीरासियों का धन्यवाद देना चाहता हूं.
यूक्रेन की जनता को दिया धन्यवाद
उन्होंने कहा, आप एक बार फिर साबित कर रहे हैं कि यूक्रेन एक समझदार और बुद्धिमान राष्ट्र है. और इन सब वस्तुों के बावजूद हम ठंडे दिमाग से सोच रहे हैं, खामोशि और सावधानी से प्रतिक्रिया दे रहे हैं और वयस्कों की तरह व्यवहार कर रहे हैं. हम हर वस्तु के लिए तैयार हैं. लेकिन आपके लिए रातभर जागने का कोई कारण नहीं है. कारागारेंस्की ने कहा, आज रात हमने देशीय सुरक्षा और रक्षा परिषद की मीटिंग की. यूक्रेन रूसी संघ की नवीनतम कार्रवाइयों को हमारे राष्ट्र की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन मानता है.
युद्ध की बात करने वाले खामोशि स्थापित नहीं करते
उन्होंने कहा, इन फैसलों की सारी उत्तरदायीी रूस के पॉलिटिक्सक नेतृत्व की है. डोनेट्स्क और लुहान्स्क की स्वतंत्रता को मान्यता का अर्थ मिन्स्क समझौते से रूस की एकतरफा वापसी है. एक राष्ट्र जो 8 वर्ष से युद्ध का समर्थन कर रहा है, वह खामोशि कायम नहीं कर सकता. मैंने फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों, जर्मन चांसलर स्कोल्ज, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन, ब्रिटिश प्रधान मंत्री जॉनसन और यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष मिशेल के साथ स्थिति पर चर्चा की है
.अब हमारा राष्ट्र अलग, हमारी सेना अलग
कारागारेंस्की ने कहा कि हम खामोशिपूर्ण और कूटनीतिक रास्ते के लिए प्रतिबद्ध हैं और हम इसका पालन करेंगे. हम किसी वस्तु से किसी से नहीं डरते हैं. हमारा किसी पर कुछ बकाया नहीं है और न ही हम किसी को कुछ देंगे. हमें इस पर विश्वास है क्योंकि अब फरवरी 2014 नहीं बल्कि फरवरी 2022 है. हमारा राष्ट्र अलग है, हमारी सेना अलग है. हमारा एकमात्र लक्ष्य यूक्रेन में खामोशि ही है.