यूपी में विधानसभा चुनाव के बीच सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव और प्रगतिशील सपा के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की एक फोटो खूब वायरल हुई। फोटो मैनपुरी में रोड शो के दौरान की है, जिसमें तीनों नेता साथ दिख रहे हैं। लंबे अर्से के बाद यादव परिवार के ये तीनों नेता एकसाथ नजर आए। फोटो में अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव कुर्सी पर बैठे हैं, जबकि शिवपाल कुर्सी के हत्थे पर बैठे हैं। बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाया और अखिलेश पर निशाना साधा। मीडिया ने जब शिवपाल यादव से इसपर बात की तो उन्होंने कहा कि बीजेपी हम तीनों के मिलने से बौखला गई है।
इंटरव्यू में उनसे प्रश्न किया गया कि अखिलेश यादव ने आपको हत्थे पर बैठा दिया। इस प्रश्न पर शिवपाल यादव ने कहा कि यही तो बौखलाहट है। हम हमेशा मुलायम सिंह यादव के साथ रहे हैं। हम उनके पीछे हमेशा खड़े रहे हैं और तस्वीर में भी हम नेताजी के पीछे खड़े हैं। हम उनके बगल में भी बैठे हैं। जब हम हमेशा नेताजी के साथ खड़े रहे हैं तो इनको (बीजेपी) क्या तकलीफ हो रही है।
आपके चेहरे पर मुस्कुराहट नहीं दिख रही थी?
इस प्रश्न पर शिवपाल ने कहा कि उनको मेरे चेहरे पर मुस्कुराहट नहीं दिख रही थी। यहां की जनता कितनी खुश थी, नेताजी कितने खुश थे। अखिलेश कितने खुश थे। हम तीनों के मिलने से बीजेपी बौखला गई है।
विपक्ष इल्जाम लगा रहा है कि आतंकवादियों के साथ गठजोड़ है आप लोगों का?
इसपर शिवपाल ने कहा कि सपा हमेशा से आतंकवादियों के विरूद्ध रही है। संसद में जब भी आतंकवादियों का प्रश्न इनकमा है सपा ने हमेशा सत्ता पक्ष का साथ दिया है। हमने हमेशा कहा कि आतंकवाद राष्ट्र में नहीं होना चाहिए। फिर जब ये लोग आतंकवाद को समाप्त नहीं कर पाए। सपा और उसके नेता हमेशा आतंकवाद के विरूद्ध रहे हैं।
2008 अहमदाबाद ब्लास्ट मामले में न्यायालय का जो फैसला इनकमा है उसमें जिस आतंकवादी को फांसी की सजा मिली है उसके पिता सपा के मेम्बर रहे हैं। वह आजमगढ़ में सपा के मेम्बर रहे हैं। बीजेपी ने उनकी तस्वीर दिखाई है, जिसमें वो अखिलेश के साथ हैं?
इस प्रश्न पर शिवपाल ने कहा कि जब चुनाव आता है तो ये अहमदाबाद जैसे मामले लाते हैं। इनको अब 2008 की याद आई है। शिवपाल ने कहा कि अनुराग ठाकुर गलत बोल रहे हैं। ये लोग पद की गरिमा को गिरा रहे हैं। जनता ने इनको नकार दिया है तो ये बौखला गए हैं। सपा प्रदेश में बहुमत के साथ गवर्नमेंट बना रही है और यही वजह है कि बीजेपी के नेता बौखला गए हैं।