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सीकर शहर में एक प्राइवेट बैंक कर्मचारी ने एक परिवार के लोगों को विश्वास में लेकर उनके 23 लाख रुपए हड़प लिए। एक साल बाद भी बैंक कर्मचारी ने पैसे नहीं लौटाए। अब बैंक कर्मचारी के परिवार ने पैसे देने से साफ इनकार कर दिया है। मामले में पीड़ित परिवार ने कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया है।
राधाकिशनपुरा निवासी जयपाल ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट देकर बताया है कि उनकी सीकर में रजत इरीगेशन नाम से फर्म है। फर्म का और परिवार के अकाउंट सीकर के आईडीबीआई बैंक में है। बैंक में आने-जाने से जयपाल की पहचान बैंक के कर्मचारी महेश से हो गई। ऐसे में महेश बैंक के कामों में जयपाल और उनके परिवार वालों की मदद करने लगा जिसने जयपाल के परिवार का विश्वास जीतकर उधार पैसे भी लिए।
15 मार्च 2021 से 9 जुलाई 2021 तक महेश ने 11.80 लाख रुपए नगद लिए और 50 हजार रुपए जयपाल के अकाउंट से ले लिए।बैंक कर्मचारी महेश जयपाल के पिता रतनाराम के केसीसी अकाउंट से भी लेनदेन करता था। उसने 24 मार्च 2021 को 8.63 लाख रुपए रतनाराम के केसीसी अकाउंट से निकाल लिए। साथ ही कंवरपुरा इलाके में जयपाल की फर्म के जरिए एक खेत में 2.5 लाख का सोलर सिस्टम भी लगवाया। जिसके पैसे भी महेश ने हड़प लिए। जब जयपाल को पूरे मामले का पता लगा तो उसने महेश और उसके घर वालों से बात की तो उन्होंने कहा कि महेश पूरे पैसे लौटा देगा। करीब एक साल बाद भी पैसे नहीं लौटाए। 19 जुलाई को जब जयपाल महेश के घर पर गया। तो महेश वहां नहीं मिला। जयपाल को महेश के परिवारवालों ने कहा कि उनके पास एक पैसा भी नहीं है जो चाहे वो कर लो। जयपाल ने बताया कि महेश कुमार ने उनके करीब 23 लाख रुपए हड़प लिए। फिलहाल कोतवाली पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।