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चिड़ावा शिवनगरी के शिवालयों की श्रृंखला में आज हम पहुंचे हैं चिड़ावा शहर के श्रीमालों के मोहल्ले में केडिया हॉस्पिटल से थोड़ा आगे चलते ही एक प्राचीन कुएं के पास स्थित ये प्राचीन ठाकुरजी का मंदिर। मंदिर में ठाकुर जी के साथ ही विराजित हुआ भोलेनाथ का ये शिवलिंग। इस स्थान की खास बात ये है कि यहां भोलेनाथ और ठाकुरजी के गर्भ गृह के मध्य में पीपल का सैकड़ों साल पुराना विशाल वृक्ष लगा हुआ है। मंदिर की स्थापना 250 साल पहले ठाकुरजी दास द्वारा की गई। इसके बाद यहां समय समय पर मंदिर में निर्माण कार्य होते रहे।
मंदिर में वर्तमान में ठाकुरजी दास की पांचवी पीढ़ी के पांच परिवार बारी-बारी से पूजन का जिम्मा सम्भाल रहे हैं।
मंदिर में हनुमानजी का भी प्राचीन मंदिर स्थापित है। वहीं मंदिर के बिल्कुल बाहर आते ही प्राचीन कुआं बना हुआ है। किसी समय ये कुआं क्षेत्र की बड़ी आबादी की प्यास बुझाया करता था। लेकिन फिलहाल इसमें जलस्तर काफी नीचे चले जाने से पानी आना बंद हो गया है। कुएं के पास ही हनुमानजी का एक और मंदिर यहां बना हुआ है। ये कुएं वाले हनुमानजी के रूप में जाने जाते हैं। आस्था की ये ठौर ऐसी है कि एक बार आप यहां आए तो आपको यहां ना केवल भगवान के दर्शन होंगे, बल्कि असीम शांति का अहसास भी यहां होता है। एक बार जरूर इस धर्म स्थल का दर्शन लाभ लें। अब दीजिए इजाजत, कल फिर मिलेंगे एक और प्राचीन शिवालय में…हर हर महादेव।