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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उन्हें किसी पद की कोई लालसा नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य में ऐसे चेहरे के नेतृत्व में अगला विधानसभा चुनाव लड़ना चाहिए जो चुनाव में जीत दिला सके। गहलोत ने आज जैसलमेर जिले में तनोट माता के मंदिर में दर्शन के बाद मीडिया से नए मुख्यमंत्री के सवाल पर आज यह बात कही।
कहीं भी रहूं, राजस्थान की सेवा करता रहूंगा
उन्होंने कहा कि ऐसे चेहरे के नेतृत्व में अगला विधानसभा चुनाव लड़ना चाहिए जो चुनावो में जीत दिला सकें। उन्होंने कहा ‘मैं चाहे कहीं भी रहूं अंतिम सांस तक राजस्थान की जनता की सेवा करता रहूंगा।’
सोनिया गांधी को कहा- न्यूट्रल
उन्होंने कहा कि लोग अफवाह फैला रहे है। आज बता रहा हूँ कि मैंने श्रीमती सोनिया गांधी और श्री अजय माकन को नौ अगस्त को ही इस्तीफे की पेशकश कर दी थी। पद को लेकर मेरी कभी कोई लालसा नहीं रही। मुझे चालीस साल में कांग्रेस ने बहुत कुछ दिया है। कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि सोनिया गांधी एक दम न्यूट्रल हैं।
शांतिपूर्ण माहौल में काम करना पसंद
अशोक गहलोत ने कहा कि मैं पहले ही स्पष्ट कर चुका हूं, अगर हालात मेरे नियंत्रण में होते तो मैं 40 साल विभिन्न पदों पर होता, लेकिन बिना किसी पद के भी शांतिपूर्ण माहौल के साथ काम करूंगा।
नई पीढ़ी को मिलना चाहिए मौका
अशोक गहलोत ने रविवार को कहा कि वह 40 सालों तक संवैधानिक पदों पर रहे और चाहते हैं कि अब नई पीढ़ी को मौका मिले।जैसलमेर में संवाददाताओं से बातचीत में गहलोत ने कहा, ”मैं पहले ही कह चुका हूं कि मेरे लिये कोई पद महत्वपूर्ण नहीं है। मैं 50 साल से राजनीति कर रहा हू और 40 साल से किसी न किसी संवैधानिक पद पर हूं। इससे ज्यादा व्यक्ति को क्या मिल सकता है या क्या चाहिए। मेरे दिमाग में बात यह है कि नई पीढ़ी को मौका मिले और सब मिलकर देश को नेतृत्व प्रदान करे।”
उल्लेखनीय है कि गहलोत रविवार को जैसलमेर में तनोट माता के मंदिर में पूजा अर्चना के लिए पहुंचे थे। गहलोत ने कहा कि मीडिया द्वारा फैलाया गया है कि वह मुख्यमंत्री का पद नहीं छोड़ना चाहते हैं, जबकि यह उनके दिमाग में कभी नहीं रहा। उन्होंने कहा कि उनके लिए कोई पद महत्वपूर्ण नहीं है। गहलोत ने कहा कि मैंने अगस्त में ही आलाकमान से कहा है कि अगला चुनाव ऐसे व्यक्ति के नेतृत्व में लड़ा जाना चाहिए जिससे प्रदेश में फिर से चुनाव जीतने की संभावना बढ़े। चाहे वह मैं हूं या मेरे अलावा कोई और।