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राजस्थान के मंत्री राजेंद्र गुढ़ा पर अपहरण का केस, सीआईडी करेगी मामले की जांच

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अक्सर अपने विवादित बयानों से चर्चा में रहने वाले राजस्थान सरकार में मंत्री राजेंद्र गुढ़ा  के साथ नया विवाद जुड़ गया है. आरोप है कि उन्होंने झुंझुनूं के ककरान गांव में रहने वाले पंच दुर्गा सिंह का बलपूर्वक ना केवल अपहरण किया, बल्कि मारपीट करते हुए कोरे कागज पर हस्ताक्षर भी कराए. इस संबंध में पंच दुर्गा सिंह ने नीमकाथाना पुलिस में केस दर्ज कराया है. मामले में आरोप सीधे राज्य सरकार के मंत्री पर है, इसलिए मामले की विवेचना सीआईडी सीबी को सौंप दी गई है. पुलिस के मुताबिक यह घटना 27 जनवरी की है. पुलिस के मुताबिक दर्ज मुकदमे में मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के अलावा उनके पीए कृष्ण सिंह एवं कई अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है. पीड़ित पंच दुर्गा सिंह ने पुलिस को दिए शिकायत में आरोप लगाया है कि मंत्री और उनके साथियों ने 27 जनवरी को दिन दहाड़े उनका अपहरण कर लिया और मारपीट करते हुए कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराए. वहीं काफी समय तक बंधकर बनाकर रखने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया. पुलिस ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए केस की विवेचना सीआईडी सीबी को सौंप दी गई है. वहीं मामला हाथ में आते ही सीआईडी सीबी की टीम ने मौके पर पहुंच कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है.

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पायलट समर्थक है मंत्री गुढ़ा

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जानकारी के मुताबिक राजस्थान की कांग्रेस सरकार में मंत्री राजेंद्र गुढ़ा पायलट समर्थक हैं और लगातार सचिन पायलट के समर्थन में अपनी ही सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर पर हमलावर रहते हैं. उन्हें इस सरकार में सैनिक कल्याण मंत्री बनाया गया है. वह अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं. हाल ही में उन्होंने एक बयान भी दिया था कि इस बार उनके जेल जाने का लाइसेंस रिन्यू नहीं हुआ है.

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बसपा के टिकट पर जीते चुनाव

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मंत्री राजेंद्र गुढ़ा बसपा के टिकट पर राजस्थान विधानसभा के चुनाव में उतरे और जीत कर विधानसभा पहुंचे. हालांकि बाद में उन्होंने बसपा छोड़ कर सचिन पायलट के सानिध्य में कांग्रेस ज्वाइन कर लिया था. इसके बाद उन्हें सैनिक कल्याण मंत्री बनाया गया था.शुरू में वह गहलोत समर्थक थे, लेकिन 25 सितंबर को जब जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक का बहिष्कार का फैसला हुआ तो इनके सुर बदल गए और ये खेमा बदलकर पायलट गुट में शामिल हो गए थे.

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