Report Times
latestOtherकरियरजयपुरटॉप न्यूज़ताजा खबरेंराजनीतिराजस्थानस्पेशल

महारानी का अभेद्य किला बनी झालरापाटन सीट, 35 साल में सिर्फ एक बार जीती कांग्रेस

REPORT TIMES 

राजस्थान में झालावाड़ जिले के झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो सबसे पहले महारानी वसुंधरा राजे का नाम आता है. सन् 1989 से झालावाड़ जिले में उनका सूरज उदय हुआ जो आज तक अस्त नहीं हुआ. वह खुद भी झालावाड़ बारां से पांच बार सांसद रह चुकी हैं. उसके बाद 2003 से वसुंधरा झालरापाटन से लगातार विधानसभा का चुनाव लड़ती आ रही हैं. वर्तमान ने वह यहां से विधायक भी हैं. यह कह सकते हैं कि महारानी वसुंधरा राजे के गढ़ को भेदना कांग्रेस ही नहीं किसी भी पार्टी के लिए मुश्किल है. क्योंकि 1989 से महारानी वसुंधरा राजे ने जबसे झालावाड़ जिले की सीमा में कदम रखा, उसके बाद से अभी तक उन्हें कोई हिला नहीं सका. कांग्रेस ने कई बार प्रयास किया लेकिन वह असफल रही.

पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे का गढ़

झालावाड़ जिले में भाजपा हमेशा प्रभावशाली रही है. जब से झालावाड़ में पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे राजनीति कर रही हैं तभी से जिले की सियासत उनके आसपास घुम रही है. गुटों मे बंटी हुई कांगेस प्रभावशाली भाजपा के सामने कही नही टिक पाती रही है. झालावाड जिले में कुल मतदाता 10 लाख 72 हजार 732 है. जिनमें पुरूष मतदाता 5 लाख 48 हजार 602 और महिला मतदाता की संख्या 5 लाख 24 हजार 130. इसके अलावा 17 ट्रांसजेंडर है.

झालरापाटन का इतिहास

झालरापाटन विधानसभा जिले की हॉट सीट है. इस सीट पर वर्तमान में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे विधायक हैं. जो 2003 से लगातार चार चुनाव से जीतती आ रही है. वसुंधरा राजे ने 2003 के चुनाव में सचिन पायलट की माता रमा पायलट, जो कांग्रेस से प्रत्याशी रहीं, उनको 27 हजार वोटों से हराया था. उसके बाद वसुंधरा राजे ने 2008 में स्थानीय पूर्व विधायक मोहनलाल राठोर को 34 हजार वोटों से हराया था. फिर 2013 में वसुंधरा राजे ने कांग्रेस प्रत्याशी मीनाक्षी चन्द्रावत को 60 हजार वोटों से हराया. उसके बाद 2018 के विधानसभा के चुनाव में दिग्गज कांग्रेस उम्मीदवार मानवेंद्र सिंह को 34 हजार वोटों से हराया था. वैसे झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र का मिजाज भाजपा की तरफ ज्यादा रहता है. 1977 से 2018 तक के चुनावों में भाजपा आठ बार जीती है. तो वहीं कांग्रेस को केवल दो बार सफलता मिली है. 2008 के विधानसभा चुनाव में परिसीमन होने की वजह से पिडावा विधानसभा क्षेत्र को तोड़कर झालरापाटन विधानसभा में मिला दिया गया है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जब पहली बार मुख्यमंत्री बनी थीं, उस वक्त झालावाड़ में मिनी सचिवालय, मेडिकल कॉलेज, हॉर्टिकल्चर कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक कॉलेज बनवाए. वहीं कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट, कालीसिंध डेम भी बनवाया. झालावाड़ में सिटी फोरलेन समेत ग्रामीण इलाकों में सड़कों का विकास करवाया.

झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता

झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता 02 लाख 96 हजार 942 हैं. जिसमें सर्वाधिक मुस्लिम मतदाता हैं.

किसकी कितनी संख्या

  • मुस्लिम – 50 हजार
  • ब्राह्मण – 30 हजार
  • मेघवाल/ ऐलवाल/ मेहर – 35 हजार
  • जैन – 06 हजार
  • दांगी – 25 हजार
  • सोधिया राजपूत – 20 हजार
  • पाटीदार – 20 हजार
  • धाकड़ – 17 हजार
  • गुर्जर – 16 हजार
  • राजपूत – 10 हजार
  • महाजन – 15 हजार

झालरापाटन में मुस्लिम, दागी, महाजन, ब्राह्मण, मेघवाल, सोधिया राजपूत, गुर्जर, धाकड, पाटीदार जातियां बहुतायत है.

विधानसभा के मुख्य मुद्दे

कोटा स्टोन फैक्ट्री लगातार बन्द हो रही है. बजरी खनन एवं अवैध खनन, बेरोजगारी, बिजली की समस्या, मुकन्दरा टाइगर रिजर्व क्षेत्र के गांवों को उठाने के लिए अभी तक पूरा मुआवजा नहीं दिया.

Related posts

मोदी सरकार में 320 चीनी मोबाइल ऐप हुए बैन, चीन को हुआ कितना नुकसान? जानें यहां

Report Times

तिजारा सीट पर BJP को लगा था जोर का झटका, क्या कांग्रेस को मिलेगी कामयाबी

Report Times

राजस्थान विधानसभा में पेपरलीक पर जोरदार हंगामा, BJP विधायकों ने लहराई तख्तियां

Report Times

Leave a Comment