चिड़ावा। बुधवार को आषाढ़ माह की एकादशी से देवशयन होने के चलते 5 माह तक शुभकार्य वर्जित हो जायेगे । देवशयन के कारण 5 महीनों में किसी भी प्रकार विवाह, शुभ कार्य नया व्यापार प्रारम्भ वर्जित माने जाते है। शास्त्रों के मुताबिक आषाढ़ माह की एकादशी से देवशयन होने से भगवान कार्तिक की देवउठनी एकादशी तक पाताल लौक मे निवास करते है। इस अवधि में कोई भी शुभ विवाह समेत शुभ कार्य नही होते है । कार्तिक एकादशी 25 नवम्बर को देव उठानी एकादशी पर देव जग जाएंगे और 5 माह के बाद शुभविवाह समेत शुभ शुरु हो जाएंगे । देव शयन के दौरान धार्मिक कार्यक्रम और पूजापाठ और दान पुण्य करने से भगवान नारायण प्रसन्न होते है ।
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