चिड़ावा। शिवनगरी चिड़ावा के शिवालयों की श्रृंखला में आज हम पहुंचे हैं प्राचीन राधारमण मंदिर।
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https://youtu.be/IvSfMgnfbDw
ये मंदिर मुख्य बाजार से स्टेशन की ओर जाने वाले रास्ते पर शीतला माता मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते पर बना हुआ है। मंदिर सम्भाल रहे पुजारी परिवार के रविकान्त पुजारी के अनुसार इस मंदिर का निर्माण घुमन्तु जाति बिणजारा द्वारा करवाया गया है। सैकड़ों साल पहले जब बिणजारों का एक दल यहां रुका तो उसने पहले तो यहां कुआं खुदाई कर पानी की व्यवस्था की और उसके साथ ही इस मंदिर की स्थापना की। मंदिर के साथ ही यहां शिवालय की स्थापना हुई। यहाँ शिवालय की खास बात ये है कि यहां एक चतुर्मुखी शिवलिंग विराजित हैं। वहीं पूजन नहीं कर पाने मजबूरी के चलते कोई श्रद्धालु यहां नर्बदेश्वर शिवलिंग भी छोड़ गया। ऐसे में दो शिवलिंग की पूजा यहां की जा रही है। वहीं बड़े खुले चौक के पश्चिमी हिस्से में बने गर्भ गृह में राधारमण विराजे हैं। उनके बिल्कुल सामने हनुमान जी महाराज का मंडप बनाया हुआ है। जिसमें 4 हनुमान विराजित है। इसी मण्डप के हिस्से में उत्तर की तरफ मुंह किए हुए भैरव नाथ भी विराजित हैं। इतनी सारी खासियत रखने वाले इस प्राचीन मंदिर में एक बार अवश्य पधारें और श्रद्धा के साथ नतमस्तक होकर मनोकामना मांगे। श्रद्धालुओं का मानना है कि यहां मन से मांगी गई मुराद अवश्य पूरी होती है। अभी दीजिए इजाजत…कल फिर मिलेंगे एक और प्राचीन शिवालय में…हर हर महादेव…