चिड़ावा। शहर में बावलिया बाबा की समाधी स्थली के पीछे बने ब्रह्मचारी आश्रम के निकट एक सांड की मौत हो गई। इसके बाद सांड को समाधि देने को लेकर दो पक्ष आमने-सामने हो गए। लेकिन बाद में समझाइस कर इस विवाद को शांत किया गया। इसके बाद सांड की बैकुंठी निकाली गई। आश्रम के नजदीक ही एक जगह पर सांड को समाधि दी गई।
समाधि देने से पूर्व महंत दयासिंह की देखरेख में पूजा-अर्चना की गई। सांड के समाधि स्थल पर शिवलिंग की स्थापना की गई। इस मौके पर चिड़ावा जनकल्याण सेवा संस्थान अध्यक्ष रविकांत शर्मा,सचिव आशीष जांगिड़, नरेश सैनी, अमित सैनी, राजू स्वामी, महेश स्वामी, अमित बुडानिया, धर्मपाल कटारिया, शेरसिंह कटारिया, महेंद्र सैनी, महेंद्र सांखला, बंटी सैनी आदि मौजूद रहे।
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