चिड़ावा यानी शिवनगरी के शिवालयों की श्रृंखला में आज हम पहुंचे है वार्ड नम्बर 14 में बने शिवालय में।
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https://youtu.be/NB-gDNMSrU8
नेहरुबाल मन्दिर स्कूल के पास से सुलताना मार्ग पर बने रेलवे अंडर पास की ओर जाने वाले सड़क मार्ग पर अंडर पास से थोड़ा पहले ही दाईं तरफ बना है शिव हनुमान मंदिर। इस मंदिर की स्थापना की कहानी भी प्रेरणादायक है। जिस स्थान पर मन्दिर बना है उसी स्थान पर सुंडाराम प्रजापत का अंतिम संस्कार किया गया। सुंडाराम शिव और हनुमानजी के परम भक्त थे। ऐसे में परिजनों ने मिलकर इस स्थान पर मन्दिर बनाने का फैसला लिया। करीब 7 साल पहले 2013 में मन्दिर निर्माण करवाकर यहां शिवालय में शिव परिवार और हनुमानजी की मूर्ति यहां विधिवत पूजाअर्चना के बाद विराजित करवाई गई। मन्दिर में खास बात ये है कि यहां शिवलिंग के पास ही 4 शिवलिंग और भी विराजित हैं। ये शिवलिंग घरों में पूजन ना होने के कारण लोग यहां छोड़ गए। ऐसे में यहां एक साथ 5 शिवलिंगों की पूजा की जा रही है। शिवलिंगों के समीप ही कार्तिकेयजी, गणेशजी और नन्दी महाराज विराजित हैं। ऊपर की तरफ माता पार्वती भी विराजित हैं। शिवालय के बाईं तरफ बना है हनुमानजी का मंदिर। मन्दिर में बहुत ही आकर्षक हनुमानजी की पर्वत हाथ में उठाए हुए मूर्ति लगी हुई है। शिवालय के बिल्कुल बाहर सीढ़ियों के पास कीर्ति स्तम्भ भी लगा है। इस सूर्य,चन्द्र, गदा और कार्तिकेय जी का अस्त्र चित्रित है। मन्दिर के ऊपर छोड़ी गई जगह में माता दुर्गा की मूर्ति और मन्दिर की सीढ़ियों के पास छोड़ी गई जगह पर सुंडाराम प्रजापत की मूर्ति स्थापित करने की योजना है। आस्था की इस पवित्र दर पर एक बार जरूर पधारें। अब दीजिए हमें इजाजत ..कल फिर मिलेंगे एक और देवालय में..हर हर महादेव