*रिपोर्ट टाईम्स की खरी खरी…*
————————–संजय दाधीच
हाँ जी मैं बात कर रहा हूँ, शिवनगरी चिड़ावा की समझदार जनता की.. *राज्य सरकार जन अनुशासन पखवाड़ा मना रही है, रेड अलर्ट भी जारी है..लेकिन मेरे चिड़ावा शहर की जनता को इससे ना कोई मतलब है और ना ही सरकार की बातों से कोई फर्क पड़ता है..* राज्य सरकार ने किराणा, खाद्य सामग्री, दूध, सब्जी व मेडिकल की दुकानों को छूट दे रखी है…लेकिन विडम्बना यह है कि *ना तो ग्राहक और ना ही दुकानदार कोई सावधानी रख रहे है…किसी भी दुकान पर ना तो सोशियल डिस्टेंस का ध्यान रखा जा रहा है और ना ही लोग सही तरीके से मास्क लगाना जरुरी समझते है…राज्य सरकार के अनुसार तो बिना मास्क के सामान ही नहीं देना है, लेकिन दुकानदार तो ग्राहक को मास्क लगाने के लिए टोकते भी नहीं है…*
कहने को *जन अनुशासन पखवाड़ा मना रहे है, लेकिन मेरे शहर में कहीं भी अनुशासन दिखाई नहीं दे रहा है, और ना ही रेड अलर्ट का कोई असर नजर आ रहा है..मेरे शहर की जनता बेखौफ होकर शहर में घूम रही है और कई समझदार लोग तो अपनी बन्द दुकानों के आगे पूरे दिन बैठे रहते है…*
हकिकत तो यह है कि *चिड़ावा शहर की जनता इस बात का इंतजार कर रही है कि कब प्रशासन कड़ा रुख अपनाये,सख्ती बरते तब हम मास्क लगाये, सोशियल डिस्टेंस की पालना करे और प्रशासन की कड़ी कार्यवाही पर ही हम घर में रुक सकते है..*
*रिपोर्ट टाईम्स चिड़ावा की जनता से विनम्र अपील करता है कि आप लोग प्रशासन को सख्ती करने के लिए मजबूर मत करिये…आप एक जिम्मेदार, समझदार और जागरुक नागरिक की भूमिका निभाते हुए राज्य सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस की पालना करे…*
*घर पर रहे, सुरक्षित रहे..अगर बाहर जाना जरुरी हो तो मास्क लगाकर ही बाहर जाए..सोशियल डिस्टेंस का ध्यान रखे…सैनेटाइजर का प्रयोग करे..वैक्शीनेशन करवाये..अन्य लोगों को भी प्रेरित करे, बिना मास्क वाले को टोकिये…साथियों बचाव में ही सुरक्षा है…*
*प्रशासन को सख्ती के लिए मजबूर मत करिये, आप स्वयं समझदार है अपना भला-बुरा समझ सकते है,अकेला प्रशासन कुछ नहीं कर सकता , हम सब को प्रशासन का सहयोग करना होगा, कोई बिना मास्क के, बिना वजह घूम रहा तो उसे रोकना व टोकना हर जिम्मेदार नागरिक का कर्त्तव्य है…कोरोना को हल्के में मत लीजिए यह दूसरी लहर बहुत ही खतरनाक है, फिर भी अगर आप लोग नहीं मानोगे तो प्रशासन को कड़े कदम उठाने ही होंगे…*