चिड़ावा (संजय दाधीच)
विश्वप्रसिद्ध साहित्यकार महामहोपाध्याय डॉ. ओमप्रकाश पचरंगिया की 83वीं जयंती साहित्यकार ओमप्रकाश पचरंगिया मार्ग स्थित पचरंगिया भवन में श्रद्धा पूर्वक मनाई गई। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि चिड़ावा पालिकाध्यक्ष सुमित्रा सैनी थीं।
उन्होंने इस दौरान कहा कि डॉ. पचरंगिया उनके गुरू रहे हैं। सादा जीवन और उच्च विचारों की शैली में रहने वाले पचरंगिया ने विश्व में चिड़ावा का नाम रोशन किया। अध्यक्षता कर रहे साहित्यकार ओमप्रकाश स्मृति संस्थान के संरक्षक प्रभुशरण तिवाड़ी ने बताया कि पचरंगिया के साहित्य के हरिवंश राय बच्चन, रामधारी सिंह दिनकर, क्षेमचन्द्र सुमन, काका हाथरसी जैसे साहित्यकार भी मुरीद थे। ये साहित्यकार निरन्तर उनसे पत्र व्यवहार व कवि सम्मेलनों में जुड़े रहे। पत्नी पुराण, आशीर्वाद महाकाव्य जैसी कालजयी रचनाएं पचरंगिया को हमेशा अमर बनाए रखेंगी। विशिष्ट अतिथि पार्षद निरंजनलाल सैनी, विवेकानंद मित्र परिषद के संरक्षक रोहिताश्व महला, मनोज मान, महेश धन्ना, संजय दाधीच, रमेश कोतवाल और विहिप प्रखंड अध्यक्ष रमेश स्वामी आदि ने भी साहित्यकार पचरंगिया को श्रद्धांजलि देते हुए उनके साहित्य से प्रेरणा लेने का संकल्प लिया। इस मौके पर वेदान्त तिवाड़ी, सौरभ चौरासिया, योगेश शर्मा, राजेन्द्र कोतवाल, रवि भारतीय, विहिप प्रखंड मंत्री आशीष शर्मा, प्रशांत वर्मा, नटवर कोतवाल, विशाल शर्मा, शुभम शर्मा, देवेश हर्षवाल, ओम कोतवाल, भविष्य,
शुभम निकम, अश्विनी कोतवाल, पंकज वर्मा, विशाल पारीक आदि मौजूद रहे।