हिंदुस्तान अगले वर्ष अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के सत्र की मेजबानी करने जा रहा है. जी हाँ और यह एक ऐतिहासिक मौका होने वाला है. आप सभी को बता दें कि हिंदुस्तान ने वर्ष 1983 में नयी दिल्ली में इनकमोजित सत्र के बाद से आईओसी सीजन की मेजबानी नहीं की है. वहीं अब पीएम मोदी ने हिंदुस्तान को वर्ष 2023 अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) सत्र के लिए मेजबान चुने जाने पर खुशी जताई है. आप देख सकते हैं प्रधानमंत्री कामालय ने एक ट्विटर हैंडल से लिखा है है जिसमे लिखा है, ‘यह जानकर खुशी हो रही है कि हिंदुस्तान को 2023 अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति सत्र की मेजबानी के लिए चुना गया है. मुझे विश्वास है कि यह एक यादगार आईओसी सत्र होगा और इससे खेलों की दुनिया के लिए सकारात्मक रिज़ल्ट सामने आएंगे.‘
वहीं दूसरी तरफ समाचारें हैं कि सत्र में आईओसी के मेम्बर ओलंपिक चार्टर और ओलंपिक की मेजबान के लिए शहरों के चुनाव जैसे जरूरी विषयों पर चर्चा करते हैं. आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि वर्ष 2030 शीतकालीन ओलंपिक के लिए मेजबान राष्ट्र का चुनाव और 2028 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के लिए खेल शेड्यूल तय करना इस सत्र के एजेंडे में शामिल हो सकता है. वहीं दूसरी तरफ अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति की यह मीटिंग मई- जून 2023 में मुंबई के ‘जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर’ में होगी.
समाचारों के अनुसार इस वार्षिक मीटिंग की मेजबानी को लेकर हुए मतदान में हिंदुस्तान को वैद्य 76 मतों में से 75 वोट मिले. वजनी बहुमत से मेजबानी का अधिकार जीतने के बाद आईओसी की मेम्बर और रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी ने इसे हिंदुस्तान के लिए ऐतिहासिक क्षण बताया. इस दौरान नीता अंबानी ने कहा, ‘ओलंपिक मूवमेंट 40 वर्ष के इन्तजार के बाद हिंदुस्तान वापस आ रहा है! मैं 2023 में मुंबई में आईओसी सत्र की मेजबानी करने का सम्मान हिंदुस्तान को सौंपने के लिए इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी की आभारी हूं. यह हिंदुस्तानीय खेलों के लिए एक नए युग की आरंभ करेगा.‘
आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि हिंदुस्तानीय प्रतिनिधिमंडल में नीता अंबानी, हिंदुस्तानीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष डॉ नरिंरेट बत्रा, युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और निशानेबाजी में ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा शामिल थे. वहीं बीजिंग में चल रही आईओसी की वार्षिक सत्र में हिंदुस्तानीय प्रतिनिधिमंडल ने वर्चुअली तरीके से आगामी मीटिंग की मेजबानी के लिए हिंदुस्तान का पक्ष रखा.