1217 कराेड़ की लागत से नए रूप में पटना एयरपाेर्ट का टर्मिनल अक्टूबर 2022 की जगह दिसंबर 2023 में सामने आएगा। इससे विमान भी बढ़ जाएंगे। यात्रियाें की सालाना क्षमता 30 लाख से बढ़कर 80 लाख हाे जाएगी। नेपाल और भूटान के लिए भी विमानाें का परिचालन शुरू हो जाएगा।
नए टर्मिनल भवन के लिए 15 करोड़ रुपए से 5 एराेब्रिज बनाने का काम इंडाेनेशिया की कंपनी काे दे दिया गया है। अभी यात्रियों को गेट से बस के जरिए फ्लाइट तक पहुंचाया जाता है, एरोब्रिज इंस्टॉल होने के बाद यात्री सीधे फ्लाइट में पहुंच जाएंगे।
टर्मिनल भवन का काम सबसे पीछे
टेक्निकल भवन का काम करीब 80 प्रतिशत पूरा हाे चुका है। यह जी प्लस थ्री हाेगा। नए टर्मिनल भवन का काम 35 प्रतिशत ही पूरा हाे सका है। यह जी प्लस टू हाेगा। इसके बेसमेंट में बैगेज, सब-स्टेशन, एसी प्लांट आदि हाेंगे। वहीं, ग्राउंड फ्लाेर पर एराइवल और प्रथम तल्ले पर डिपार्चर लाैंज है। ग्राउंड और प्रथम तल्ले के बीच एक मेजेनाइन फ्लाेर हाेगा। इसकी छत नीची हाेगी। इसमें ऑफिसेज और दूसरे सेवाओं के काउंटर आदि हाेंगे।
कोरोना ने कराई देर, अब तेजी से काम
काेविड की वजह से अक्टूबर 2022 में यह पूरा नहीं हाे सकेगा। दिसंबर 2023 में इसे पूरा कर लिया जाएगा। सभी सेक्शन का काम तेजी से चल रहा है। 5 एराेब्रिज के लिए इंडाेनेशिया की कंपनी काे वर्क ऑर्डर दे दिया गया है।