पटना पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। ऑनलाइन परीक्षा में प्रश्न लीक करवाने वाले सॉल्वर गैंग के चार बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये सैनिटाइजर की बोतल में हिडेन कैमरा लगा छात्र को ऑनलाइन परीक्षा केंद्र में प्रवेश कराते थे। यहां छात्र कैमरे पर प्रश्नपत्र दिखाता था और बदमाश एनी डेस्क सॉफ्टवेयर के माध्यम से सिस्टम हैक कर बाहर किसी और से उत्तर सबमिट करवाते थे। यह धांधली आरोपी सबसे ज्यादा रेलवे की परीक्षा में करते थे। आरआरबी एनटीपीसी की परीक्षा में भी इन लोगों ने धांधली की थी। मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले में भी इनमें से एक शामिल था।
पटना SSP मानवजीत सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में नालंदा निवासी अश्विनी सौरभ, पटना के तनिष्क कुमार, रुपेश कुमार और शिवशंकर कुमार शामिल है। इनका सरगना अश्विनी सौरभ है। ये लोग हर दो महीने पर अपना फ्लैट बदल लेते थे। फिर नए फ्लैट में अपना ऑफिस सेटअप करते थे। मौजूदा में इनका फ्लैट दानापुर में था। जहां से इन्हें गिरफ्तार किया गया।
10 हिडेन कैमरा बरामद
SSP के अनुसार, इनके फ्लैट से 18 लाख 78 हजार रुपए नकद बरामद किए गए। जो इन्होंने अलग-अलग अभ्यर्थियों से परीक्षा में नकल करवाने के लिए लिया था। साथ ही 19 हार्ड डिस्क और 7 लैपटॉप, चार सीपीयू, 3 मदर बोर्ड, 5 वाईफाई राउटर, 2 एडॉप्टर, 1 मॉनिटर, पेन ड्राइव, 1 आईपैड, 12 मोबाइल और 10 हिडेन कैमरा बरामद किया गया।
70 अभ्यर्थियों के मूल प्रमाण पत्र भी बरामद
SSP मानवजीत सिंह ने बताया कि 70 वैसे अभ्यर्थियों के मूल प्रमाण पत्र भी बरामद किए गए हैं, जो इनके पास परीक्षा में धांधली करवाने जाते थे। उनकी खोज जारी है। पकड़े जाने के बाद उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
जैमर का तोड़ बदमाशों ने निकाल रखा था
SSP ने बताया कि ऑनलाइन एग्जाम सेंटर पर बाहर में जैमर लगे होते हैं, लेकिन इन्होंने उसका तोड़ निकाल रखा था। जैमर फ्री हार्ड डिस्क का प्रयोग करते थे और एग्जामिनेशन सेंटर के सीटी हेड के साथ साठ गांठ कर वो हार्ड डिस्क को सेंटर के सर्वर में इंसर्ट करवा देते थे। इससे उनके आईपी एड्रेस हैक कर अपने फ्लैट के कमरे से परीक्षा दिलवाते थे। कैंडिडेट अंदर सिर्फ बैठा रहता था। वहीं, SSP ने बताया कि इनमें से कुछ लोगों का बड़े धांधली में पहले भी हाथ रहा है। यूपी में शिक्षक पात्रता परीक्षा के पेपर लीक में भी इनका एक साथी शामिल था।