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जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झुंझुनूं व तालुका विधिक सेवा समितियों के संयुक्त तत्वावधान में विश्व स्वास्थ्य दिवस बंदियों को मानसिक और शारीरिक स्वस्थ रहने की जानकारी दी गई। विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एडीजे दीक्षा सूद ने बताया कि जिला कारागृह, राजकीय संप्रेषण एवं बाल गृह में स्वास्थ्य के विषय पर विशेष कार्यक्रम किए गए। कैदियों, विधि से संघर्षरत बालकों को स्वयं की शारीरिक व मानसिक स्वच्छता, आस-पास की स्वच्छता के महत्व बताया गया। सचिव दीक्षा सूद ने बताया कि कोविड-19 के इस दौर में आवश्यक है कि हम स्वच्छता का महत्व समझे और स्वयं और अपने आस-पास के समाज को स्वच्छ रखने में सहयोग करें। यह आवश्यक है कि हम अपने व अपने समाज के प्रति अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझे और उसे पूरा करें। इसी तरह से दीक्षा सूद ने ऑनलाइन कार्यक्रम भी किया। कोविड-19 ने लोगों का जीवन ही बदल दिया। इंसान को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता है। अपने स्वयं के स्वस्थ रहने के योग सहित स्वस्थ खान पान, अच्छी जीवन शैली अपनाने की जरूरत है। इस दौरान बंदियों को विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। इसी के साथ रालसा द्वारा बंदिजन के लिए विभिन्न जारी स्कीम, विधि से संघर्षरत बालकों के लिए जारी विभिन्न जन कल्याणकारी स्कीम, सपोर्ट टू सर्वाइवर, नि:शुल्क विधिक सहायता, पीड़ित प्रतिकर स्कीम आदि की जानकारी दी गई।