चिड़ावा।संजय दाधीच
रेलवे स्टेशन के पास दुर्गा मंदिर में भागवत कथा का आयोजन हुआ। जिसमें कथावाचक व्यास डॉ. कमलेश महाराज ने कृष्ण और सुदामा के मित्रता की कथा सुनाई। साथ ही कहा कि अपने गुरु के साथ कपटपूर्ण व्यवहार और मित्र के साथ चोरी का व्यवहार करने पर बड़ा ही भयानक परिणाम मिलता है। ऐसा करने वाला मनुष्य निश्चित रूप से दरिद्र होता है। उन्होंने कहा कि सुदामा जी ने भी यही गलती की जिससे उनके बुरे हालात थे।
नंद किशोर महाराज ने कहा कि दो मुट्ठी चावल में भगवान सुदामा को दुनिया का सबसे बड़ा धनवान बना देते हैं। तीसरी मुट्ठी में लक्ष्मी देने लगते हैं, तभी रुक्मिणी हाथ पकड़ लेती है। उन्होंने कहा कि मित्रता में ईमानदारी का होना आवश्यक है। एक मित्र ही दूसरे मित्र का सहारा होता है। कथा के दौरान कृष्ण-सुदामा की सुंदर झांकी भी दिखाई गई। इस दौरान श्री मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार सभा अध्यक्ष राजेश सोनी, उपाध्यक्ष मोनू सोनी, शंकर लाल सोनी सहित काफी श्रद्धालु मौजूद रहे।