चिड़ावा । संजय दाधीच
मैं राम आप हैं परशुराम..देखो तो कितना अंतर है..मस्तक पर तो है परशुराम..ये राम नाम चरणों पर है…भगवान राम और परशुराम के बीच संवाद का ये दृश्य था भगवान परशुराम जन्मोत्सव समारोह का।
इसमें राम बने राजेश शर्मा रामजी, लक्ष्मण बने एड.लोकेश शर्मा और भगवान परशुराम का किरदार निभा रहे रमेश कोतवाल ने जोशीले संवादों से मौजूद लोगों में जोश जागृत किया। ब्रह्म चैतन्य संस्थान की ओर से परशुराम जन्मोत्सव के तहत हुए आयोजन में विप्र समाज की 40 प्रतिभाओं का सम्मान भी किया गया।
इस दौरान वक्ताओं ने भगवान परशुराम के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए एकजुट रहने का आह्वान किया और सामाजिक गतिविधियों में निरंतर भागीदारी की अपील भी। ब्रह्म चैतन्य संस्थान अध्यक्ष राजन सहल ने सभी का स्वागत किया। महामंत्री दीपक कौशिक ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विप्र बन्धु मौजूद रहे।
भव्य शोभायात्रा का कई जगह स्वागत
महोत्सव के तहत सूरजगढ़ मोड़ स्थित दिव्य दर्शन धाम से भव्य शोभायात्रा रवाना हुई। शोभायात्रा के दौरान रथ में भगवान परशुराम सवार हुए। मनमोहक झांकी ने सभी का मन मोह लिया। यहां से भगवान परशुराम पूजन के साथ जयकारों के मध्य यात्रा की रवानगी हुई। नारनौल का प्रसिद्ध बैंड आकर्षण का केंद्र रहा। बैंड वादकों ने भजनों की मधुर स्वरलहरियों से ऐसा समां बांधा की श्रद्धालु झूम उठे।
शोभायात्रा के पीछे बाइक रैली भी आकर्षण का केंद्र रही। शोभायात्रा सूरजगढ़ मोड़ से खेतड़ी रोड, कबूतरखाना, पूनियां कॉम्प्लेक्स, राजकला कॉम्प्लेक्स होते हुए विवेकानन्द चौक पहुंची। यहां पर केवलदास मन्दिर के बाहर महंत जयराम स्वामी ने झांकी की आरती उतारी। इसके बाद ठंडाई के प्रसाद का भोग लगाया गया। तिरंगा स्थल के पास विवेकानन्द मित्र परिषद के कार्यकर्ताओं ने यात्रा का भव्य स्वागत किया।