reporttimes
किसान बहुत खुश हैं, इस बार अच्छी बारिश होगी। किसानों ने इसका अंदाजा लगा लिया है। झुंझुनूं में टिटहरी ने ऊंचाई पर अंडे दिए हैं। विज्ञान और गूगल के इस युग में आज भी ग्रामीण किसान बरसात का अंदाज पक्षियों के अंडों और उनकी चहचहाने की आवाज से लगाते हैं। आज भी पुरानी परम्पराओं जीवित हैं। किसान टिटहरी पक्षी के अंडे देने के स्थान और अंडों की संख्या से बरसात का अनुमान लगाते हैं, सालों से चली आ रही इस परंपरा में पूरी शिद्दत के साथ विश्वास किया जाता है।
चाहे विज्ञान इसको नहीं मानता हो, लेकिन ग्रामीण और किसान इसको पूरी तरह से मानते हैं। अक्सर टिटहरी पक्षी जमीन पर ही अंडे देती है। ये अंडे किसी ऊंचाई के स्थान पर किसानों को मिल जाए तो बरसात बहुत अच्छी होगी। किसी निचले हिस्से में टिटहरी के अंडे मिल जाएं तो किसानों को अनुमान होता है कि इस बार बरसात कम होगी। यह परम्पराएं सालों से चली आ रही है। झुंझुनूं में भी टिटहरी ने अण्डे दिए हैं, किसान की सूचना पर भास्कर ने भी वीडियो और कुछ तस्वीर ली। यह अण्डे एक ऊंचे टिब्बे पर टिटहरी ने दिए थे। जब आसपास के किसानों से पता किया तो बताया कि और भी चार पांच खेतों में टिटहरी ने अण्डे दिए हैं, सभी जगहों पर ऊंचाई पर ही है। ये बहुत ही अच्छी बरसात के संकेत है। झुंझुनूं से दैनिक भास्कर के लिए इम्तियाज भाटी की रिपोर्ट।