REPORT TIMES
बढती जनसंख्या आपके लिए हमारे लिए सबके लिए खतरा बनी हुई है
.दुनिया और आबादी एक-दूसरे को किसी न किसी रूप में प्रभावित करते हैं। जितनी ज्यादा आबादी, दुनिया उतनी ही बिगड़ती चली जाती है। अट्ठारह सौ में दुनिया भर में हम करीब 1 बिलियन लोग थे और आज 7.9 बिलियन लोग माना जा रहा है कि अगर हमने तत्काल आबादी पर नियंत्रण नहीं किया तो 2050 तक हम ‘खाद्य असुरक्षा’ की गिरफ्त में होंगे, कारण आज की तुलना में तब खाद्यान्न की आवश्यकता 70% ज्यादा होगी। संयुक्त राष्ट्र के अध्ययन के अनुसार एक बेहतर और स्वस्थ जीवन जीने के लिए हर व्यक्ति को 2900 कैलोरी प्रतिदिन चाहिए और इसी तरह 60 ग्राम प्रोटीन उसके हिस्से में आना चाहिए।
भारत के सर्वेक्षण बताते हैं कि देश में प्रति व्यक्ति कैलोरी उपलब्धता 2385 ही है जबकि प्रोटीन उपलब्धता 30 ग्राम से ज्यादा नहीं है। कई राज्यों में तो प्रति व्यक्ति कैलोरी उपलब्धता 1500 ही है जबकि प्रोटीन उपलब्धता तो दूर की बात है। 1951 में जब प्रति व्यक्ति उपलब्ध कैलोरी 1600 थी, तो बेहतर उत्पादन के दम पर देश इस आंकड़े को 2385 तक ले आया। पर प्रोटीन को लेकर स्थिति बेहतर नहीं हो सकी। 1951 में प्रति व्यक्ति दलहन उपलब्धता करीब 60 ग्राम थी जो कि अब 41.8 ग्राम है।हैं। जनसंख्या वृद्धि दर पहले प्रतिवर्ष करीब 2.2% रही है लेकिन 2015 से लेकर 2020 तक इसमें कहीं न कहीं कमी आई और यह अब 1.1% मानी जाती है।