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राजस्थान के दौसा पीजी काॅलेज के छात्रसंघ चुनावन से पहले एक दिन पहले छात्रा से सगाई कर सुर्खियों में आए रत्तीराम मीना की मंगेतर सपना मीना दौसा पीजी काॅलेज से छात्रसंघ चुनाव हार गई है। निर्दलीय संजय गुर्जर चुनाव जीते हैं। रत्तीराम ने हाईकोर्ट से राहत नहीं मिलने पर काॅलेज की ही छात्रा सपना मीना से सगाई कर ली और उम्मदीवार बना दिया था। छात्रसंघ चुनाव के आज रिजल्ट जारी हुए है। दौसा पीजी काॅलेज से संजय अध्यक्ष निर्वाचित हुए है। सपना ने मीना ने नामांकन दाखिल करते समय कहा था कि वह उनका सपना पूरा करेंगे। दरअसल, रत्तीराम मीणा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने का सपना देख रहे थे। लेकिन नियम उनके सपने के आड़े आ गए। वे चुनाव नहीं लड़ सकते थे, लेकिन इस बीच उनकी जिंदगी में दूसरी सपना आ चुकी थी। बड़ोली (दौसा) की इस लड़की से उनकी सगाई की बातचीत चल रही थी।
18 अगस्त को सगाई और फिर किया पर्चा दाखिल
रत्तीराम को पता चला कि वह खुद चुनाव नहीं लड़ सकते तो उन्होंने अपनी सपना को चुनाव लड़ाने का फैसला लिया। घरवालों से बात की और सपना के साथ रिश्ता पक्का कर लिया। दोनों के घरवाले राजी हुए और इसी 18 अगस्त को दोनों की सगाई हो गई और सोमवार को सपना ने छात्रसंघ चुनाव में पर्चा भी भर दिया था। सपना ने कहा, ‘मेरा चुनाव लड़ने का कोई विचार नहीं था। रत्तीराम से मेरी सगाई की बात पहले से ही चल रही थी। ऐसे में रत्तीराम चुनाव नहीं लड़ सके तो अध्यक्ष पद के लिए मुझे कैंडिडेट बनाया। अब कैम्पेनिंग में वे अपने समर्थकों के साथ जुटे हुए हैं।’ सपना ने पर्चा तो निर्दलीय भरा था, लेकिन सोमवार शाम एबीवीपी ने प्रत्याशी घोषित कर दिया था। कॉलेज में अध्यक्ष पद के लिए कुल 7 उम्मीदवार मैदान में थे।
काॅलेज में दो साल से नहीं हुए थे चुनाव
राहुवास निवासी रत्तीराम मीणा ग्रेजुएशन पास कर चुके थे। दो साल कोरोना की वजह से चुनाव नहीं लड़ सके। पीजी में एडमिशन की तैयारी की तो कॉलेज निदेशालय की ओर से आदेश जारी किया गया कि इस बार केवल यूजी स्टूडेंट ही चुनाव लड़ सकेंगे। ऐसे में रत्तीराम का चुनाव लड़ने का सपना अधूरा रह गया। बता दें कि यह दौसा जिले का सबसे बड़ा कॉलेज है। इसमें 4,107 छात्राएं, 5,116 छात्र पढ़ते हैं। इनमें से 9,223 स्टूडेंट्स वोटर हैं।