REPORT TIMES
राजधानी जयपुर में कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की तैयारी को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में शनिवार को बुलाई गई एक बैठक कुछ अलग ही कारणों से चर्चा में बनी रही. दरअसल बैठक में जनता से जुड़ने का दावा करते हुए पहुंचे नेता आपस में ही भिड़ गए और माहौल में तनातनी हो गई. वहीं बैठक में कई नेताओं से अधरचूल में लटके संगठन को लेकर गंभीर सवाल उठाए. इसके अलावा बैठक में पूर्व विधायक श्रवण कुमार और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बीच तीखी नोकझोंक हो गई जिसके बाद श्रवण कुमार को प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने डांट कर चुप करवाया.वहीं बैठक में नेताओं के समस्याएं उठाने पर प्रदेश प्रभारी गुरजिंदर सिंह रंधावा ने प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा को टोककर कहा कि मैं यहां सबकी सुनने आया हूं, केवल आपकी ही नहीं. बता दें कि बैठक में जयपुर संभाग के 35 विधायकों नदारद भी रहे.
बैठक में पूर्व विधायक का छलका दर्द !
बता दें कि सूरजगढ़ से पूर्व विधायक श्रवण कुमार ने बैठक के दौरान कहा कि दो साल से ज्यादा समय हो गया लेकिन अब तक संगठन नहीं बना है और संगठन के पद खाली पड़े हैं. इस पर प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने श्रवण कुमार को टोकते हुए कहा कि यह बैठक हाथ से हाथ जोड़ो अभियान को लेकर है और आप बताएं कि आपने पिछले 4 साल में क्या काम किया. इसके बाद श्रवण कुमार ने कहा कि हम अपनी बात कहां उठाएं, जब संगठन ही सरकार की भाषा बोलने लग जाए तो हम कहां जाएं. विधायक ने कहा कि संगठन के बिना कोई भी अभियान कैसे चलेगा. वहीं डोटासरा ने फिर विधायक को फटकार लगाते हुए कहा कि केवल मीटिंग में माहौल बनाने से काम नहीं चलता है इसके लिए फील्ड में भी कुछ काम करना पड़ता है. दोनों नेताओं के बीच चली इस तनातनी को आखिरकार प्रदेश प्रभारी रंधावा ने शांत करवाया.
प्रभारी बोले- मैं सबकी सुनूंगा
वहीं इसके बाद बैठक में कई विधायकों और नेताओं ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया जिन्हें लगातार प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने टोका तो प्रदेश प्रभारी रंधावा ने डोटासरा से माइक लेकर कहा कि मैं यहां सबकी सुनने आया हूं, केवल आपकी सुनने नहीं, नेताओं को समस्याएं भी बताने दीजिए.रंधावा ने कहा कि पार्टी प्लेटफार्म पर शालीनता से अपनी बात रखें. गौरतलब है कि इस बैठक में 35 में से आधे विधायक भी नहीं पहुंचे थे जिसके बाद मंत्री-विधायकों के नहीं आने पर प्रभारी और प्रदेशाध्यक्ष ने नाराजगी जताई.