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राजस्थान के डूंगरपुर में बेणेश्वर धाम में एक सरकारी शिक्षक की ओर से मंदिर के बाहर पूजा कर रहे पंडितों को धमकाने का मामला सामने आया है जहां सोशल मीडिया पर इस मामले का एक वीडियो भी वायरल हुआ है. मिली जानकारी के मुताबिक अभी इस मामले में किसी भी पक्ष की ओर से कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई है. वहीं पुलिस ने वीडियो सामने आने के बाद संज्ञान लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि बेणेश्वर धाम में एक सरकारी स्कूल के टीचर पर आरोप है कि उसने पंडितों को पूजा करते समय धमका कर वहां से भगा दिया. वहीं इस पूरी घटना का के वायरल वीडियो के मुताबिक एक सरकारी टीचर खुलेआम पंडितों को धमकी दे रहा है. इस दौरान पंडित हाथ जोड़कर उसे समझा रहे हैं और टीचर आक्रोश में है. बता दें कि पूरा मामला साबला थाना क्षेत्र के बेणेश्वर धाम का है. वहीं इस मामले पर बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोला है. बीजेपी के प्रदेश महामंत्री लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने ट्वीट कर कहा है कि राजस्थान के बेणेश्वर धाम में पूजा कर रहे पंडितों के साथ मारपीट की जा रही है और जो कर रहा है वह सरकारी कर्मचारी है. भारद्वाज ने कहा कि यहां कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है क्योंकि कांग्रेस सरकार में मुग़लों की आत्मा घुस गई है.
पूजा करते पंडितों को मंदिर से भगाया
वहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक घटना की जानकारी देते हुए साबला थानाधिकारी मोहम्मद रिजवान खान ने बताया कि यह वीडियो रविवार का है जहां बेणेश्वर धाम के आबूर्दा घाट पर रविवार को कुछ पंडित पूजा कर रहे थे और इसी दौरान खानन निठाउवा गांव का रहने वाला दिनेश खराड़ी घाट पर आया और पूजा कर रहे पंडितों को धमकाना शुरू कर दिया. खान ने बताया कि इस दौरान दिनेश ने पंडितों को अपशब्द भी कहे और पंडितों को वहां से भाग जाने की धमकी भी दी.
धर्म के नाम पर मचा रखी है लूट
वहीं सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में आरोपी टीचर पंडितों को कह रहा है कि तुम लोग यहां के लोगों को सब लुटने में लगे हो. इसके बाज पंडितों ने कहा कि वे किसी भी व्यक्ति को जबरन पूजा के लिए नहीं बैठाते हैं, जो व्यक्ति अपनी श्रद्धा से आता है उसके लिए ही पूजा करते हैं. वहीं इसके बाद भी टीचर लगातार पूजा करवा रहे पंडितों को धमकाता रहता है. इस पूरे मामले पर थानाधिकारी मोहम्मद रिजवान खान ने कहा कि इस मामले में वायरल वीडियो हमें मिल चुका है लेकिन किसी भी व्यक्ति की तरफ से कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं होने से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.