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दिल्ली- मुम्बई एक्सप्रेस हाइवे का पीएम मोदी 12 फरवरी को उद्धाटन करेंगे. इस दौरान पीएम मोदी दौसा जिले के मीणा हाईकोर्ट में जनसभा कर सकते हैं.विगत 28 जनवरी को गुर्जर समाज के बीच जनसभा करने के बाद अब 12 फरवरी को मीणा समाज के बीच रहेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. बता दें राजस्थान के एक जगह जिसका नाम है मीणा हाईकोर्ट है.ये कोई सरकारी कोर्ट नहीं है.दौसा जिले के नांगल राजावतान तहसील स्थित राजस्थान के प्रभावशाली मीणा समाज की हथाई (चबूतरा) को मीणा हाईकोर्ट के नाम से जाना जाता है. इस इलाके में सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए मीणा पंचायत यानी मीणा हाईकोर्ट की ओर से सामूहिक निर्णय लिए जाते हैं.समाज के पंच मिलकर मीणा हाईकोर्ट में निर्णय लेते हैं. इसमें समाज के लोगों को भी सुझाव लेने के लिए जोड़ा जाता है और फिर एकजुट होकर निर्णय लिया जाता है. क्योंकि दौसा जिले के पचवारा इलाके में एसटी वर्ग में मीणा जाति की संख्या अधिक है.पूर्व में मीणा समाज के लोग जब भी कोई निर्णय लेते थे तो नांगल प्यारीवास में एकत्रित होते थे.
मीणा होईकोर्ट बनाने सांसद किरोड़ी लाल की अहम भूमिका
मीणा समाज के लोग यहां के खेतों में एक जगह पर इकट्ठा होते थे और टेंट लगाकर घंटों आपस में चर्चा करने के बाद किसी खास मसले पर निर्णय लिया करते थे. बदलते समय के साथ-साथ पंचायत स्थल का भी विकास हुआ और अब इसे मीणा हाईकोर्ट के नाम से जाना जाने लगा है. मीणा हाईकोर्ट प्यारीवास में लालसोट रोड पर स्थित है जिसमें समाज के भामाशाह व दूसरे दानदाताओं ने धनराशि एकत्रित कर इसे विकसित किया है. अब यह स्थान एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो चुका है.मीणा होईकोर्ट बनाने में राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा की अहम भूमिका रही है.
राहुल गांधी ने यहां से निकाली थी भारत जोड़ो यात्रा
हाल में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान के गुर्जर-मीणा बाहुल्य इन्हीं क्षेत्रों से निकली ही थी. दौसा, सवाई माधोपुर, बूंदी पूर्वी राजस्थान इलाके की 39 सीटों पर बीजेपी की नजर है. पूर्वी राजस्थान के 7 जिलों की 39 विधानसभा सीटों पर मीणा-गुर्जर मतदाताओं की संख्या मजबूत है. 2018 चुनाव में कांग्रेस ने यहां के 39 में से 35 सीटें जीते थे.
‘भाजपा वोटरों को साधने में जुटी है’
राजस्थान में अनुसूचित जनजाति का लगभग 13 फीसदी वोट है जिसमें सबसे ज्यादा मीणा और उसके बाद भील जनजाति के लोगों की संख्या है.अगले अक्टूबर में राजस्थान विधानसभा और उसके बाद लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी बीजेपी समाज के हरेक वर्ग को साधने में जुट गई है. पीएम मोदी की 2 हफ्ते में समाज के दो अलग वर्गों के बीच दूसरी बार सभा करना इसी तैयारी का हिस्सा है.