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पुणे: महाराष्ट्र के दो विधानसभा उपचुनाव की सीटों के लिए बीजपी और महाविकास आघाड़ी ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है.पुणे के कसबा से हेमंत नारायण रासने और चिंचवड से अश्विनी लक्ष्मण जगताप बीजेपी के उम्मीदवार होंगे. महाविकास आघाड़ी की ओर से कसबा की सीट से कांग्रेस के रवींद्र धंगेकर और चिंचवड से एनसीपी के राहुल कलाटे उम्मीदवार होंगे. 26 फरवरी को यह उप चुनाव होना है. पहले यह चुनाव 27 फरवरी को होना था लेकिन उस दिन बारहवीं की परीक्षा होने की वजह से चुनाव आयोग को यह ध्यान दिलाया गया. इसके बाद तिथि बदली गई. इन दोनों विधानसभा सीटों के उपचुनाव के परिणाम 2 मार्च को आएंगे. पुणे के कसबा सीट से मुक्ता तिलक और चिंचवड से लक्ष्मण जगताप के निधन के बाद चिंचवड से बीजेपी ने लक्ष्मण जगताप की पत्नी को टिकट दिया है. लेकिन कसबा सीट से दिवंगत मुक्ता तिलक के पति शैलेश तिलक और बेटे कुणाल तिलक में से किसी को टिकट ना देकर हेमंत नारायण रासने को उम्मीदवार बनाया है.
चिंचवड में BJP ने सहानुभूति के पक्ष में, कसबा में इससे परे जाकर फैसला किया
कल ही देवेंद्र फडणवीस शैलेश तिलक और कुणाल तिलक के घर गए थे. मुक्ता तिलक के निधन के बाद अंत्येष्टि में भी वे शामिल हुए और कल भी उनसे जाकर मिले. लेकिन जैसी उम्मीद थी कि सहानुभूति का लाभ लेने के लिए बीजेपी शेलेश तिलक को टिकट दे सकती है. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. बीजेपी ने कसबा से हेमंत रासणे को उम्मीदवार बनाया. लेकिन चिंचवड़ में बीजेपी ने लक्ष्मण जगताप की पत्नी अश्विनी जगताप को टिकट देने का फैसला किया.
MVA में Congress लड़ेगी कसबा से और NCP चिंचवड से देगी बीजेपी को चुनौती
हालांकि उम्मीदवार के नाम जाहिर करने से पहले बीजेपी की ओर से लगातार यह बयान दिया जा रहा था कि महाराष्ट्र की राजनीतिक परंपरा का पालन करते हुए ये दोनों चुनाव निर्विरोध हों. यानी दोनों ही दिवंगत विधायक बीजेपी के थे इसलिए बीजेपी के उम्मीदवारों को सभी पार्टियां मिलकर समर्थन दे. कल ही देवेंद्र फडणवीस का यह बयान भी आया कि वे महाविकास आघाड़ी के नेताओं से खुद फोन करके इस बारे में बात करेंगे. लेकिन महाविकास आघाड़ी ने बीजेपी के इस निवेदन को ठुकरा दिया.
चिंचवड़ से शिवसेना उतारना चाहती थी उम्मीदवार, लेकिन NCP नहीं थी तैयार
एनसीपी नेता छगन भुजबल ने आज पिछली कुछ मिसालें देकर यह याद दिलाया कि परंपरा को तोड़ने की शुरुआत बीजेपी ने की है. इसलिए बीजेपी एमवीए से यह उम्मीद ना करे कि हम यह चुनाव निर्विरोध होने देंगे. आज संजय राउत ने भी मीडिया से बातचीत में यही बात दोहराई कि बीजेपी को महाविकास आघाड़ी एक होकर चुनौती देगी. हालांकि चिंचवड़ से शिवसेना अपना उम्मीदवार उतारना चाह रही थी. लेकिन महाविकास आघाड़ी की एकता के लिए शिवसेना त्याग कर सकती है. आखिर में यही फाइनल हुआ कि बीजेपी को कसबा पेठ की सीट में कांग्रेस टक्कर देगी और चिंचवड में एनसीपी. शिवसेना का ठाकरे गुट के कार्यकर्ता इन दोनों उम्मीदवारों का समर्थन करेंगे.